श्री पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा (मूलनायक) 19 इंच ऊंची श्याम पाषाण की है। सर्प के छत्र के साथ 21 इंच और परिकर के साथ 41 इंच ऊंची है। यह पंच तीर्थी प्रतिमा है। मूलनायक के दाहिनी ओर श्री सुमतिनाथ या अनंतनाथ भगवान की प्रतिमा है। यह प्रतिमा 19 इंच ऊंची श्वेत पाषाण की है। इसका लांछन पक्षी बना हुआ है। पक्षी का चिह्न कुछ अलग तरह का है। मूलनायक के बायीं ओर श्री धर्मनाथ स्वामी की 19 इंच ऊंची श्वेत पाषाण की प्रतिमा है। इसके नीचे यह लिखे लेख में वि.स. 1699 का का उल्लेख है। इसी प्रकार मंदिर से बाहर निकलते समय बाहरी सभा मंडप में दायीं ओर आलिए में पार्श्वयक्ष की प्रतिमा 9 इंच ऊंची तथा गद्दी तक 13 इंच श्वेत पाषाण की है। बायीं ओर आलिए में पद्मावती देवी की प्रतिमा 9 इंच ऊंची श्वेत पाषाण की है।