उन्होंने गांव में बसे लोगों से बातचीत की। ग्रामीणों ने पूनिया से गांव में सड़क, पानी की टंकी, शुद्ध पेयजल व्यवस्था की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रकृति की गोद में बसा हुआ यह छोटा सा गांव 22 परिवारों का है। यहां का 300 वर्ष से अधिक का इतिहास और विरासत है, यह साधु संतों की तपोस्थली है।
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पूनिया ने गांव में भोजन किया और समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने पर बाबा मंगरा से लेकर पूरे आदिवासी अंचल के विकास और रोजगार पर विशेष कार्य किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि मैंने आपका नमक खाया है और नमक का कर्ज अदा करने की जिम्मेदारी मेरी है ।