रोडवेज उदयपुर आगार पर बसों के संचालन के इतर करीब 50 दुकानें संचालित है। यात्री सुविधाओं के मद्देनजर लगी दुकानों के माध्यम से आमजन जरुरत और खानपान की व्यवस्था की जाती है। इससे रोडवेज प्रबंधन को करीब 11 लाख रुपए मासिक आमदनी होती है। तीन साल के लिए दुकान किराए पर दी जाती है और सालाना 10 प्रतिशत वृद्धि के साथ किराया वसूला जाता है। यहां स्थिति दुकानों में से 9 दुकानों के टेंडर सोमवार को खोले गए। सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक टेंडर भरने की प्रक्रिया चली, जिसमें स्थानीय व्यापारियों ने टेंडर भरे। दोपहर 2 बजे बाद टेंडर खोले गए। नौ दुकानों के लिए की गई प्रक्रिया में करीब 35 जनों ने आवेदन किया। अधिकतम दर भरने वाले प्रतिभागियों के नाम टेंडर खुला। टेंडर में 14 नम्बर दुकान के लिए कोई फार्म नहीं आने पर आवंटित नहीं की जा सकी।
आम जरुरत की दुकानें
स्टेशन और आसपास में रोडवेज की संपत्ति पर यात्रियों की जरुरत को ध्यान में रखते हुए सामग्री की दुकानें आवंटित की गई है। इसमें अल्पाहार, मोबाइल, स्टेशनरी, फोटो स्टेट, रेडिमेट गारमेंट और फल-सब्जी आदि के लिए दुकानें आवंटित की गई है।
स्टेशन और आसपास में रोडवेज की संपत्ति पर यात्रियों की जरुरत को ध्यान में रखते हुए सामग्री की दुकानें आवंटित की गई है। इसमें अल्पाहार, मोबाइल, स्टेशनरी, फोटो स्टेट, रेडिमेट गारमेंट और फल-सब्जी आदि के लिए दुकानें आवंटित की गई है।