उसने हिरणमगरी थाने में एफआइआर (FIR) दर्ज कराई, जिसमें पिता से जान का खतरा बताया। आहत परिवार ने बेटी के नाम की शोक पत्रिका बंटवा दी। मुंडन करवाकर समाज और रिश्तेदारों में यह जाहिर किया कि बेटी उनके लिए मर चुकी है। उदयपुर में एक सप्ताह में ही इस तरह का यह दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले सायरा क्षेत्र के एक गांव में इसी तरह का घटनाक्रम हुआ था।