उदयपुर

ट्रांसजेण्डर की प्राथमिक शिक्षा के बाद छूट रही पढ़ाई

प्राथमिक स्कूलों में 485 ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी अध्ययनरत, उच्च माध्यमिक में एक भी नहीं, राजस्थान में ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड भी नहीं कर पा रहा काम

उदयपुरJul 04, 2024 / 08:18 pm

अभिषेक श्रीवास्तव

transgender

उदयपुर. ट्रांसजेण्डर को शिक्षा का संबल देने के मामले में राजस्थान बहुत पीछे है। लिहाजा प्रारंभिक शिक्षा के बाद ही ट्रांसजेण्डर की पढ़ाई छूट रही है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 485 ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी अध्ययनरत है, लेकिन उच्च माध्यमिक स्कूलों में एक भी नहीं है।
राजस्थान में ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड भी इस पर काम नहीं कर पा रहा है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत ट्रांसजेण्डर उम्र बढ़ने के साथ शिक्षा से अलग हो रहे हैं। शिक्षा विभाग के आंकड़े में यह कड़वा सच सामने आ रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो 5वीं कक्षा तक की पढाई के बाद ज्यादातर ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ देते हैं। कुछ कक्षा 8 तक पढाई करते हैं, लेकिन बोर्ड की कक्षा तक आते-आते लगभग सभी ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी पढाई छोड़ चुके होते हैं।
शाला दर्पण पर दर्शाए गए आंकड़े यह हकीकत बयां करते हैं। वर्ष 2023-24 शैक्षणिक सत्र के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में कुल 485 ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी प्राथमिक कक्षाओं में अध्ययनरत है।

प्रदेश में नामांकन की यह स्थिति
प्रदेश के पुराने 33 जिलों में 32 जिले ऐसे हैं, जहां पहली से 5वीं तक की कक्षाओं में 451 ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी पढाई कर रहे हैं। वहीं, कक्षा 6 से 8 तक में ट्रांसजेण्डर के नामांकन में भारी कमी देखी गई। इन कक्षाओं में प्रदेश के 13 जिलों में महज 32 ट्रांसजेण्डर विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
कक्षा 9 से 10 में दो, 11 एवं 12 में एक भी नहीं

प्रदेश में कक्षा 9 से 10 में अध्ययनरत विद्यार्थियों में ट्रांसजेण्डर का नामांकन नाम मात्र का है। इस कक्षा ग्रुप में पूरे प्रदेश में मात्र 2 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें बारां एवं बाड़मेर जिलों में एक- एक विद्यार्थी है। वहीं प्रदेश में कक्षा 11 एवं 12 के ग्रुप में एक भी ट्रांसजेण्डर का नामांकन नहीं है।
कक्षा अनुसार ट्रांसजेण्डर

नामांकन कक्षा ग्रुप – ट्रांसजेण्डर
विद्यार्थी कक्षा 1 से 5 – 451
कक्षा 6 से 8 – 32
कक्षा 9 से 10 – 02
कक्षा 11 से 12 – 00
ट्रांसजेण्डर की शिक्षा पर खर्च का यह प्रावधान
– वित्तीय वर्ष 2021-22 की बजट घोषणा में ट्रांसजेण्डर उत्थान कोष दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। ऐसे में प्रारम्भिक से उच्च, तकनीकी शिक्षा के लिए पूर्व मैट्रिक छात्रों को 225 रुपए प्रति माह, उत्तर मैट्रिक छात्रों के लिए 1000 रुपए प्रति माह और फीस का पुनर्भरण देय है।
– कक्षा 6 से उच्च कक्षा में अध्ययनरत को निवास से अन्यत्र रहने की स्थिति में आवास एवं दैनिक जरुरतों की पूर्ति के लिए 6000 रुपए प्रतिमाह सहायता देने का प्रावधान है।
ट्रांसजेण्डर की पढ़ाई छूट जाना वाकई बड़ी समस्या है, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार नहीं आ पाता है। इसको लेकर हमने नेशनल ओपन स्कूल प्रबंधन से भी बात की है। ट्रांसजेण्डर बच्चों की छूटी हुई पढाई को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसको लेकर फंडिंग के लिए मंत्रालय से भी मिले हैं। राजस्थान में ट्रांसजेण्डर कल्याण बोर्ड से स्कॉलरशिप का भी प्रबंध है। कुछ नियमों की पैचीदगी है, उसे सरल करने का प्रयास कर रहे हैं। -पुष्पा माई, महामंडेलेश्वर, किन्नर अखाड़ा जयपुर

Hindi News / Udaipur / ट्रांसजेण्डर की प्राथमिक शिक्षा के बाद छूट रही पढ़ाई

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.