जो अभ्यर्थी 5 मिनट भी लेट होते हैं तो उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसलिए
परीक्षार्थियों के लिए ये जरूरी दिशा-निर्देश बोर्ड ने जारी किए हैं।
उदयपुर में ये परीक्षा 84 केंद्रों पर होगी। इसमें हर दिन दो पारियों में परीक्षा होगी। दोनों पारियों में लगभग 26 हजार-26 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।
रेल-बस की छत या पायदान पर बैठकर यात्रा की तो होगा प्रकरण दर्ज
परीक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्र और यात्रा के दौरान अनुशासन रखने के निर्देश देते हुए स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि यदि रेल-बस की छत या पायदान पर बैठकर या खड़े होकर कोई भी अभ्यर्थी यात्रा करता पाया गया, तो उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होने पर परीक्षा भी निरस्त की जाएगी। ये जरूर ले जाएं
अभ्यर्थी प्रोविजनल ई प्रवेश पत्र, फोटो आईडी, दो पासपोर्ट साइज फोटो, नीले रंग के पारदर्शी बॉल पेन के अलावा किसी भी सामग्री को परीक्षा केंद्र में नहीं ले जा सकेंगे। इसके साथ ही बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी को परीक्षा में दिए गए प्रश्न के पांच विकल्पों में से किसी एक को भरना अनिवार्य होगा। इसके लिए अभ्यर्थी को 10 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम भी दिया जाएगा।
एक साल तक वैध रहेगा सीईटी स्कोर
सीईटी सेकंडरी और ग्रेजुएशन लेवल परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों का स्कोर एक साल तक वैध रहेगा। इसका मतलब है कि इस अवधि के दौरान अभ्यर्थी विभिन्न विभागीय परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। यदि किसी अभ्यर्थी को अगले वर्ष फिर से परीक्षा देनी हो, तो वह सीईटी परीक्षा में शामिल हो सकता है। खास बात यह है कि सीईटी परीक्षा अभ्यर्थी जितनी बार चाहे दे सकता है।
ये ना ले जाएं
परीक्षा केन्द्र में किसी भी प्रकार की घड़ी पहनकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र में अपने साथ नीले रंग का पारदर्शी बॉल पैन के अलावा किसी प्रकार का पेन, पानी की बोतल, पर्स, बैग, ज्योमैट्री/पेंसिल बॉक्स, प्लास्टिक पाउच, कैलकुलेटर, तती/पैड /गत्ता, पैनड्राइव, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन आदि लेकर परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
ये रहेगा ड्रेस कोड
इसके साथ ही महिला और पुरुष अभ्यर्थियों के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया गया है, जिसमें हाफ स्लीव की शर्ट, सलवार सूट, हवाई चप्पल, बालों में रबर बैंड लगाने की ही अनुमति होगी। इसके अलावा किसी भी तरह के आभूषण, हेयर पिन, स्कार्फ, ताबीज, लॉकेट पहनने की अनुमति नहीं होगी।
नकल करते पाए गए तो होगी कार्रवाई
यदि वो नकल या अनुचित साधनों का उपयोग करते हुए पाए गए तो उनके खिलाफ राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आगे की भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी को डिबार किया जाएगा।