दरअसल, पूर्व मंत्री अशोक चांदना की कुशल रणनीति के चलते सलूंबर में टिकट कटने से नाराज पूर्व सांसद रघुवीर मीणा और उनके समर्थकों को मना लिया गया है। माना जा रहा कि बतौर प्रभारी अशोक चांदना की यह एक बड़ी जीत है। वहीं, इसके बाद सलूंबर उपचुनाव को लेकर पूर्व मंत्री अशोक चांदना और रघुवीर मीणा ने बड़ा दावा किया है।
बताते चलें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुवीर मीणा सलूंबर विधानसभा सीट से लंबे समय से चुनाव लड़ते आ रहे हैं। यहां से उनकी पत्नी और वे स्वयं भी विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी ने उनका टिकट काट कर रेशमा मीणा को मैदान में उतारा है। रघुवीर मीणा और उनकी पत्नी दोनों कांग्रेस पार्टी से दावेदारी कर रहे थे। रेशमा के टिकट मिलने के साथ ही कांग्रेस में विरोध भी देखने को मिला था।
एकजुटता से लड़ेंगे और जीतेंगे- चांदना
रघुवीर मीणा की नाराजगी दूर करने के बाद पूर्व मंत्री अशोक चांदना ले अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि सन्देश साफ है, सलूम्बर में कांग्रेस का हाथ है। नाराज़ कांग्रेसजनों ने इस्तीफ़े वापस लेकर एकजुटता के साथ कांग्रेस को विजयी बनाने का संकल्प लिया। एकजुटता से लड़ेंगे और जीतेंगे, जय कांग्रेस।
सलूंबर में है त्रिकोणीय मुकाबला
बताते चलें कि सलूंबर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। बीजेपी अपने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी मीणा को मैदान में उतार कर सहानुभूति वोट बटोरना चाहती है। वहीं, इस बार भी कांग्रेस ने भाजपा की महिला प्रत्याशी के सामने रेशमा मीणा को टिकट देकर महिला कार्ड खेला है। इसके अलावा BAP पार्टी ने पिछली बार चुनावी मैदान में उतरे जितेश कटरा को पुनः अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है।