-रीयल टाइम रीडिंग, पावर लोड की जानकारी मोबाइल पर देख सकेंगे। मीटर से छेड़छाड़ करने, मीटर बंद करने या मेन लाइन से सीधे कनेक्शन लेने की स्थिति में सॉफ्टवेयर से जानकारी मिल जाएगी।
-स्मार्ट मीटर मोबाइल की तरह रिचार्ज करने होंगे। रिचार्ज खत्म होने की स्थिति में तीन बार अलग-अलग समय में रजिस्टर्ड मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा। रिचार्ज नहीं होने पर बिजली बंद हो जाएगी।
-बिजली की छीजत लगभग खत्म हो जाएगी। मीटर से होने वाली बिजली चोरी थमने पर बिजली उत्पादन और दरें प्रभावित रहेंगी, इससे संभव है कि बिजली दरों की बढ़ोतरी पर भी नियंत्रण रहेगा।
-बिजली निगम घाटे में चल रहे हैं। इसके चलते ब्याज की बड़ी राशि चुकानी होती है। इसका असर फ्यूल सरचार्ज और स्पेशल सरचार्ज के रूप में जनता पर पड़ता है। राजस्व बढऩे पर निगम का घाटा उतरेगा।
अब तक यह स्थिति
-योजना के तहत अजमेर डिस्कॉम में 68 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए -सबसे ज्यादा 66 हजार मीटर सिंगल फेज, थ्री फेज मीटर 1900 लगे -नागौर जिले के 6 सर्किल में सबसे ज्यादा 38 हजार मीटर लगे
-पहले फेज में अजमेर, चितौडगढ़़, झुंझुनूं, नागौर, सीकर में लगे -उदयपुर में स्मार्ट मीटर को लेकर काम स्वीकृति की प्रक्रिया में है स्मार्ट मीटर : एक नजर.
-42.37 लाख मीटर अजमेर डिस्कॉम में लगने प्रस्तावित
-25.84 लाख मीटर जयपुर डिस्कॉम में लगने प्रस्तावित -26.33 लाख मीटर जोधपुरडिस्कॉम में लगने प्रस्तावित