राजस्थान चुनाव 2023: इस विधानसभा सीट पर 4 पूर्व सांसद वागड़ के चुनावी रण में
हर संभव समाधान के प्रयास
● अब तक जयसमंद संघर्ष समिति और प्रशासन के बीच तीन दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन इनमें कोई समाधान नहीं निकला। अब चुनाव के बाद ही बैठक से समाधान निकलने की उम्मीद है।
● चुनाव के चलते दोनों राजनीतिक दलों ने इस प्रोजेक्ट से हाथ खींच रखे हैं। ऐसे में सलूंबर की राजनीति करने वाले नेता इस विषय पर मौन ही हैं। उदयपुर का प्रशासन भी चुनाव में व्यस्त है।
● संघर्ष समिति ने चार प्रमुख मांगें रखी हैं। प्रशासन तकनीकी रूप से विचार विमर्श कर रहा है। ऐसे में पाइप की साइज छोटी करने की मांग को छोड़कर बाकी मांगें मानी जा सकती है।
वर्तमान स्थिति
27 साल से जयसमंद का पानी पी रहा शहर
22.50 लाख लीटर पानी प्रतिदिन आता है
600 एमएम की पाइपलाइन पुरानी हो चुकी
14500 एमसीएफटी झील की भराव क्षमता
300 एमसीएफटी पानी पूरे साल मिलता है
राजस्थान विधानसभा चुनाव : 1950 मतदान केंद्र पर 19. 76 लाख मतदाता करेंगे मतदान
आगे क्या
20 लाख लीटर पानी लाने का प्रोजेक्ट है
900 एमएम की पाइपलाइन बिछाई जानी है
42 लाख लीटर पानी रोज आएगा शहर में
215 करोड़ के है पूरे प्रोजेक्ट की लागत
164 करोड़ अब तक सरकार से मिले
वर्तमान में चुनावी गतिविधियों के चलते वार्ता नहीं हो पा रही है। ऐसे में प्रोजेक्ट का काम बंद है। डेढ़ माह पहले बैठक हुई थी, लेकिन उसमें ग्रामीण मांगों पर अड़े रहे। माही से पानी आएगा तो जाखम का कमांड एरिया फीड होगा। जाखम से आ रहा पानी लाया जा सकता है। चुनाव के बाद पुन: चर्चा होगी। मुकेश कुमार मोड़, एक्सइएन, प्रोजेक्ट डिवीजन