कोरोना को भूले लोग, फिर ओवरलोड हुर्इं बसें
कानोड़. (उदयपुर). सरकारी नुमाइंदे हो या फिर आम लोग सभी में कोरोना का डर लगभग समाप्त हो गया है। सरकार भले ही मास्क लगाने को कह रही है, लाखों रुपए कोरोना जागरूकता के लिए खर्च किए जा रहे हैं लेकिन अब धरातल की हकीकत देखे तो इक्का-दुक्का लोगों के मुंह पर ही मास्क दिख रहा है। बिना कोरोना से डरे व मास्क लगाए आम लोगों के साथ व्यापारी भी अपना व्यापार कर रहे हैं। प्रशासन की कोरोना जागरूकता भी कागजों में दफन दिख रही है, अब लोगों को टोकने व रोकने वाला तक कोई नहीं है। लोग कहने लगे है मास्क पहनकर परेशान हो चुके हैं ऐसे में अब तो राहत लेने दो लेकिन विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की चेेतावनी पर यह लापरवाही भारी पड़ सकती है। रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर बाजारों में रौनक देखी जा रही हैं, वहीं सरकारी व निजी बसें नियमों को ताक में रखकर ओवरलोड चल रही हैं। शहर से जिम्मेदार प्रशासनिक अमला नदारद है। जिससे शहर में कोरोना की आंशका बढ़ गई है।