कुमारिया खेड़ा निवासी बालिकाओं के मामा धनराज अहारी ने बताया कि उसकी बहन लक्ष्मी अपनी दो बेटियों के साथ खरपीणा पंचायत के उंबरिया गांव में रहती है। उनके परिवार में किसी की मौत होने से बहन लक्ष्मी अपने पीहर आई हुई थी। उसकी दो बेटियां रकमा (15) और सीता (13) घर के बरामदे में पास-पास सो रही थी। परिवार के अन्य सदस्य भी बाहर आंगन में सो रहे थे। तड़के करीब 4.10 बजे पैंथर घर में घुस गया व रकमा के ऊपर बैठ गया। पास सो रही सीता के मुंह पर हमला कर दिया। सीता के चिल्लाने पर रकमा की आंख खुली और उसने बहन के चेहरे को खाने का प्रयास कर रहे पैंथर के गर्दन के निचले हिस्से को पकड़कर उसे मुक्के मारे।
इस पर पैंथर रकमा की बगल में आकर बैठ गया। दोनों बहनों की चीख पुकार सुनकर बाहर सो रहे अन्य परिजन भी जाग गए। अन्य लोगों को अपनी ओर आते देखा पैंथर वहां से भाग निकला। सूचना पर उपवन संरक्षक मुकेश सैनी, प्रशिक्षु आइएफएस शुभम कुमार, रेंजर सचिन शर्मा, फोरेस्टर ललित अहारी आदि मौके पर पहुंचे। हमले में घायल हुई सीता को एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।