उदयपुर

भवन बनाकर भूली सरकार, उलझन में जनता, किससे लगाए गुहार

panchayat samiti news उपतहसील भवन में नहीं है स्टाफ, एक मात्र आरआई और उधार पर आए चपरासी के भरोसे व्यवस्थाएं

उदयपुरNov 27, 2019 / 11:38 pm

Sushil Kumar Singh

भवन बनाकर भूली सरकार, उलझन में जनता, किससे लगाए गुहार

उदयपुर/ फलासिया. panchayat samiti news सवा करोड़ खर्च कर भी सरकार स्थानीय लोगों की राजस्व समस्याओं के समाधान नहीं तलाश पाई है। किराए के चपरासी के भरोसे उपतहसील कार्यालय की व्यवस्थाएं संचालित हो रही हैं तो दिखावे के लिए यहां एक राजस्व इंस्पेक्टर को बिठा दिया गया है। ऐसे में ग्रामीणों की राजस्व समस्याओं का स्थायी हल नहीं निकल सका है। आलम यह है कि सवा करोड़ की लागत से बने इस भवन में दिन में भी सन्नाटा पसरा रहता है। गुजरात बॉर्डर से यहां तक आने वाले ग्रामीणों की उस समय बेचैनी बढ़ जाती है, जब उन्हें लगता है कि मौके पर पहुंचकर उनकी समस्याओं की सुध लेने वाला कोई नहीं है। आलम यह है कि वर्ष 2014 में फलासिया को झाड़ोल की उपतहसील बनाकर वर्ष 2016 में सवा करोड़ खर्चकर यहां नया भवन बनाया गया था, लेकिन आज तक यहां व्यवस्था संभालने के लिए नायब तहसीलदार की नियुक्ति संभव नहीं हो सकी है। सरकारी उपेक्षा को लेकर अब स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सीमावर्ती गांवों से आते हैं ग्रामीण
फलासिया पंचायत समिति राजस्थान प्रदेश के उदयपुर जिले की अंतिम पंचायत समिति है। करीब दो दर्जन गांव की सीमाएं यहां अड़ती हैं। सबसे दुरस्त गांव की दूरी करीब 50 से 55 किलोमीटर है। पहाडी क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों से दूरी को नापते हुए यहां पहुंचने वाले ग्रामीणों को सूनी कुर्सी देख पछतावा ही हाथ लगता है। उनकी इस मायूसी को समझने वाला यहां कोई नहीं होता।
शोपिस बना भवन
पंचायत समिति से सटकर बने उपतहसील कार्यालय भवन पर पिछली सरकार के कार्यकाल में करीब 1 करोड़ 38 लाख रुपए खर्च हुए हैं। पंचायत समिति मुख्यालय की आबादी करीब डेढ़ लाख है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों की आबादी की राजस्व समस्याओं का निस्तारण भी उपतहसील कार्यालय पर है, लेकिन सरकारी उदासीनता के बीच लोगों को उनकी समस्याओं को हल नहीं मिल रहा।
कार्य हो रहे प्रभावित
पंचायत समिति में नायब तहसीलदार की खाली कुर्सी के बीच क्षेत्र की 28 ग्राम पंचायत के पंजीयन, रजिस्ट्री, जाति प्रमाण पत्र, मूलनिवास, भूमि प्रमाण पत्र, पुरानी खाता नकलें सहित आने वाले ग्राम पंचायतो के चुनाव में तहसील संबंधित कामों के लिए ग्रामीणों को 100 से 150 किलोमीटर दूरी तय कर झाड़ोल उपखण्ड मुख्यालय का फेरा लगाना पड़ रहा है।
व्यवस्था अब भी जस की तस
फलासिया उपतहसील से जुड़ा सारा राजस्व रेकॉर्ड झाड़ोल तहसील में ही है। वहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दिया हुआ है, लेकिन सारे कार्य फिलहाल झाड़ोल से ही हो रहे हैं। हाल ही में नायब तहसीलदार की नियुक्ति आदेश जारी हुए हैं। अभी जोइनिंग शेष है।
हुकुम कंवर, तहसीलदार, झाड़ोल
नहीं मिली राहत
हमारी सरकार के कार्यकाल में उपतहसील कार्यालय बनाया गया। वर्तमान सरकार की ओर से भवन की सारसंभार भी नहीं हुई। न ही राजस्व स्टाफ लगाकर ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के कार्य हुए।
बाबूलाल खराड़ी, विधायक, झाड़ोल
बेहतर के प्रयास
उपतहसील कार्यालय में स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं। उच्चाधिकारियों से लेकर विभागीय मंत्री को इस बात से अवगत करा दिया है। panchayat samiti news ग्राम पंचायत चुनाव से पहले सभी कार्य उपतहसील कार्यालय से हो। इसका प्रयास करेंगे।
हीरालाल दंरागी, पूर्व विधायक, झाड़ोल

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