दिसंबर और फरवरी में बीच सर्दी के दौरान घने कोहरे से निपटने के लिए रेलवे ने तैयारियां शुरू कर दी है। कोहरे को चीरते हुए लोको पायलट आगे साफ दिखाई दे, इसके लिए फॉग डिवाइस की व्यवस्था की जा रही है। उत्तर-पश्चिम रेलवे ने मंडलों को फॉग डिवाइस की आपूर्ति शुरू कर दी है।
यह अत्याधुनिक डिवाइस रेल में जीपीएस तकनीक के साथ काम करेगा। इससे तेज गति से दौड़ रही ट्रेन के संचालन में कोहरे से कोई परेशानी नहीं आएगी। ट्रेन अधिकतम स्वीकृत गति से चल सकेगी। सर्दी के दौरान अत्यधिक कोहरा छाया रहता है। साथ ही रेलपथ पर गुड्स वार्निंग बोर्ड की दक्षता बढ़ाने के लिए रेडियम की स्ट्रिप एवं चूना पट्टी की व्यवस्था की जाएगी। इससे धुंध की स्थिति को आसानी से समझा जा सकेगा।
ऐसे काम करता है फॉग डिवाइस
फॉग डिवाइस यह सूचना देगी कि अब आगे किस प्रकार का सिग्नल आने वाला है। साथ ही यह कई मीटर पहले ही लोको पायलट को आने वाले सिग्नल के बारे में सूचित करना शुरू कर देती है। इससे गाड़ी की गति को नियंत्रित करने में पायलट को मदद मिलेगी।