ललिता सोनी ने बताया कि कॉलेज के दौरान टेक्सटाइल डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया, तब एक विषय मिनिएचर आर्ट भी था। इस आर्ट से लगाव उसी समय हो गया था। फिर शादी भी ऐसे घर में हुई जहां मिनिएचर आर्ट का ही बिजनेस था। तब नौकरी के लिए घर के लोग राजी नहीं हुए तो उन्होंने शादी के बाद ये आर्ट सीखना शुरू किया और आज 15 साल हो गए। इसका प्रशिक्षण उन्होंने आर्टिस्ट ओमप्रकाश बिजौलिया से लिया। तब बहुत कम महिलाएं भी इस क्षेत्र में थीं। उन्होंने बताया कि एक पेंटिंग बनाने में ही 20 से 25 दिन लग जाते हैं क्योंकि इसमें बहुत बारीक काम होता है। पहले तक वे भी आर्ट बनाकर सिर्फ कलेक्शन करती थी, लेकिन अब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपनी कला का प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है, जिससे अब देश-विदेश से ऑर्डर भी मिलने लगे हैं।

