कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि संस्थापक पंडित जनार्दनराय नागर ने 1937 में पांच कार्यकर्ता व तीन रुपए से प्रारंभ संस्था ने आज वट वृक्ष का रूप ले लिया है। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय का 83वां स्थापना दिवस 21 अगस्त को प्रतापनगर स्थित परिसर में मनाया जाएगा। इस मौके पर विवि परिसर में शहर का सबसे बड़ा 151 फीट ऊंचे तिरंगे का लोकार्पण किया जाएगा। तिरंगे के तीन ओर लाइट लगाई गई है, जो रात में भी तिरंगे को चमकाए रखेगी। तिरंगा 20 फीट गुणा 30 फीट का होगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर चल रही है। लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि कुलाधिपति प्रो. बलवंत जॉनी, जनजाति विवि के पूर्व कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर होंगे।
एयरपोर्ट पर 108 फीट का तिरंगा डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर भी तिरंगा लहरा रहा है। ये तिरंगा 108 फीट हैै, जो मेवाड़ का सबसे ऊंचा तिरंगा है। ये नेशनल हाइवे और आसपास के क्षेत्र में दूर से ही दिखाई देता है। वहीं, उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर इसी साल फरवरी में 100 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया, जो 30 फीट लंबा और 20 फीट चौड़ा है। तिरंगे की प्रत्येक पट्टी करीब 7 फीट की है। इसमें चक्र भी करीब सात फीट व्यास का है। उदयपुर के मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि परिसर में भी 104 फीट का तिरंगा है। ये 15 अगस्त 2018 को लगाया गया था। शहर परिधि में आने के कारण इसे उदयपुर शहर का सबसे ऊंचा तिरंगा माना जाता है।
देश का सबसे ऊंचा तिरंगा दिल्ली में
24 अक्टूबर 2011 को सबसे पहले जयपुर के सेंट्रल पार्क में 206 फीट लंबे पोल पर (72 गुणा 48 फुट आकार का) तिरंगा फहराया गया। यह पहला तिरंगा है, जो कभी पोल से उतारा नहीं गया है, चाहे दिन हो या रात का समय हो। वर्ष 2011 तक यह तिरंगा भारत का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा था। अब दिल्ली के कनॉट प्लेस में लहराने वाला तिरंगा देश का सबसे ऊंचा झंडा है जिसके पोल की लंबाई 207 फीट है।
24 अक्टूबर 2011 को सबसे पहले जयपुर के सेंट्रल पार्क में 206 फीट लंबे पोल पर (72 गुणा 48 फुट आकार का) तिरंगा फहराया गया। यह पहला तिरंगा है, जो कभी पोल से उतारा नहीं गया है, चाहे दिन हो या रात का समय हो। वर्ष 2011 तक यह तिरंगा भारत का सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा था। अब दिल्ली के कनॉट प्लेस में लहराने वाला तिरंगा देश का सबसे ऊंचा झंडा है जिसके पोल की लंबाई 207 फीट है।