scriptसफाई कर्मचारी की बेटी दिव्या बनी जूडो चैम्पियन, गरीबी से लड़कर पाई मंजिल, पढ़िए दिव्या की ये प्रेरक कहानी | Meet Divya Daughter Of a Cleaner Became Judo Champion, Udaipur | Patrika News
उदयपुर

सफाई कर्मचारी की बेटी दिव्या बनी जूडो चैम्पियन, गरीबी से लड़कर पाई मंजिल, पढ़िए दिव्या की ये प्रेरक कहानी

कभी घर में रोटी बनाने को आटा भी नहीं था, मैच में जीती राशि से बना खाना, दो छोटी बहनें भी हैं खिलाड़ी, खेल के प्रति तीनों बहनें हैं जुनूनी

उदयपुरApr 05, 2023 / 09:57 am

madhulika singh

divya_udaipur.jpg
मधुलिका सिंह/उदयपुर. कभी घर में रोटी बनाने के लिए आटा नहीं होता था तो कभी दूसरा सामान कम पड़ जाता था। एक बार जब आटा नहीं था तो मैच में जीती राशि से घर में खाना बन पाया। टूर्नामेंट की फीस के लिए मां ने गहने तक बेचे। घर के आर्थिक हालात तो अब भी ऐसे सुधर नहीं पाए हैं लेकिन दिव्या का सपना है कि वो अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बने, ओलंपिक में मैडल जीते। इसके साथ ही एक दिन घर की हर कमी पूरी कर देगी और मां-पिता के साथ पूरा देश उस पर गर्व करेगा। ये कहानी है उदयपुर की 9वीं क्लास में पढ़ने वाली दिव्या पंवार की। दिव्या वर्तमान में अगस्त में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भोपाल में स्पोटर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है।
पिता व कोच ने दिए बेटियों को पंख

अंबामाता निवासीदिव्या के पिता दीपक पंवार निजी हॉस्पिटल में सफाई कर्मचारी हैं और माता पदमा पंवार गृहिणी हैं। आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के बावजूद पिता अपनी तीनों बेटियों को जूडो प्रशिक्षण दिला रहे हैं। दिव्या राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, जगदीश चौक की छात्रा है। जब वह तीसरी क्लास में थी तब से ही जूडो का प्रशिक्षण शुरू कर दिया था। दिव्या ने बताया कि वह 5 साल से जूडो कोच सुशील सेन के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रही है । वह सुबह-शाम 3- 3 घंटे अभ्यास करती है। तीन बहनों व एक भाई में वह तीसरे नंबर की है। दो बड़ी बहनें भी जूडो खिलाड़ी हैं और वे भी राज्य स्तर पर मैडल जीत चुकी हैं। दिव्या के पास टूर्नामेंट के लिए फीस नहीं होती थी तो माता-पिता ने गहने बेचे और कोच सुशील ने कई बार उसकी फीस भर कर उसे आगे खेलने भेजा।
divya.jpg
इतने मैडल जीत चुकी दिव्या –

– जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा फरवरी माह में चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय सब जूनियर जूडो प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल- फरवरी माह में ही गोवा में आयोजित वेस्ट जोन वुमेन लीग में सिल्वर मैडल
– नेशनल वुमेन लीग में ब्रॉन्ज मैडल

– दिसंबर 2022 में डबोक के आनंद विद्या भारती सीनियर सेकंडरी स्कूल आयोजित राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता में प्लस 44 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उदयपुर से लगातार दूसरे वर्ष गोल्ड मैडल- जून 2022 में गुजरात में आयोजित वेस्ट जॉन वूमेंस लीग में सिल्वर मैडल
– अक्टूबर 2022 में आयोजित नेशनल वूमेन लीग में पांचवी पॉजीशन पर रही- 2021 में प्लस 44 किलो में स्कूल स्टेट में गोल्ड मैडल

– 2019 में स्कूल स्टेट में सिल्वर मैडल

Hindi News / Udaipur / सफाई कर्मचारी की बेटी दिव्या बनी जूडो चैम्पियन, गरीबी से लड़कर पाई मंजिल, पढ़िए दिव्या की ये प्रेरक कहानी

ट्रेंडिंग वीडियो