जनाना के स्टाफ की भी एम्बुलेंस
कुछ एम्बुलेंस जनाना हॉस्पिटल के स्टाफ की है तो कुछ अधिकारियों ने ठेके पर चलवा रखी हैं। उन्हें रोकने के लिए कई बार चौकी पुलिस ने पहल की तो उन्हें हटवाने से लेकर हाथ-पैर तोडऩे तक की धमकी मिली।
कुछ एम्बुलेंस जनाना हॉस्पिटल के स्टाफ की है तो कुछ अधिकारियों ने ठेके पर चलवा रखी हैं। उन्हें रोकने के लिए कई बार चौकी पुलिस ने पहल की तो उन्हें हटवाने से लेकर हाथ-पैर तोडऩे तक की धमकी मिली।
मनमाना किराया टीम ने जब शंकर नाम के चालक से चित्तौडगढ़़ जाने की बात कही तो उसने किराया 2500 रुपए बताया। बाद में जब किराये में कमी के लिए कहा तो उसने 2200 रुपए बताए। उन्होंने बताया कि कई गैस की गाडिय़ां हैं, जब जरूरत हो तो वह उपलब्ध करवा देंगे। इसी बीच एक अन्य राजू का फोन आने के बाद उसने राशि घटाकर 1700 रुपए तक कर दी।
अवैध रूप से गैस किट तो नहीं चल सकता। यदि केन्द्र सरकार की अनुमति वाला किट लगा हुआ है तो बात अलग है। हालांकि मरीजों को लेकर सावधानी बरतनी जरूरी है।
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मैंने तो अब तक किसी को भी एम्बुलेंस खड़ी करने की अनुमति नहीं दी है। मैं जब अधीक्षक था तो मैंने छह को अनुमति दी थी, वह भी रोटेशन से। अधीक्षक अवैध रूप से खड़ी होने वाली इन एम्बुलेंस पर कार्रवाई करें। जल्द ही निर्देश देकर मामला दिखवाएंगे।
मैंने तो अब तक किसी को भी एम्बुलेंस खड़ी करने की अनुमति नहीं दी है। मैं जब अधीक्षक था तो मैंने छह को अनुमति दी थी, वह भी रोटेशन से। अधीक्षक अवैध रूप से खड़ी होने वाली इन एम्बुलेंस पर कार्रवाई करें। जल्द ही निर्देश देकर मामला दिखवाएंगे।
डॉ डीपी सिंह, प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज