READ MORE: तेरह वर्षों तक पेड़ से बंधा जीवा आखिर हुआ आजाद, पहुंचा हमउम्र बच्चों के बीच पूर्व में हाथीपोल थाना परिसर में ही संचालित महिला थाना वर्ष 2008 में चित्रकूटनगर में नए भवन में आया था। थाने के निर्माण के साथ ही शहर से दूरी होने के कारण पीडि़त महिलाओं के साथ ही कई तरह की परेशानियां बढ़ गई थी। तत्कालीन थानाधिकारियों के साथ ही वर्तमान अधिकारी चेतना भाटी ने भी अधिकारियों के समक्ष इस मांग को पुरजोर तरह से रखा। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने भी समय-समय पर महिलाओं की पीड़ा को उठाते हुए थाने को शहर में लाने संबंधी खबरे प्रकाशित की थी।
सब तरीके से मिलेगी निजात
– शहर से सात किलोमीटर की दूरी। सीधा आवागमन को कोई साधन नहीं। स्वयं के वाहन या किराए वाहन ही विकल्प, शहर से थाने तक आने का करीब दो सौ रुपए किराया
– एक बार थाने में रिपोर्ट आने के बाद परामर्श केन्द्र व थाने की काउंसलिंग में परिवादिया व उनके परिजनों करीब पांच से छह चक्कर। प्रति चक्कर में किराए व दिनभर की मशक्कत से सभी परेशान
– महिला के साथ ही केवल यह दिन का थाना था, यहां सुनसान जगह होने से रात में कोई नहीं आता।
– रात्रिकालीन में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित थाना
– थाने की दूरी के कारण अनावश्यक ही अधिकारियों के पास महिला प्रताडऩा के परिवाद का अतिरिक्त बोझ
– न्यायालय, आईजी व एसपी कार्यालय से दूरी होने से अतिरिक्त खर्च
– पीडि़ताओं व परिजनों से बड़ी मिलेगी राहत
– शहर से सात किलोमीटर की दूरी। सीधा आवागमन को कोई साधन नहीं। स्वयं के वाहन या किराए वाहन ही विकल्प, शहर से थाने तक आने का करीब दो सौ रुपए किराया
– एक बार थाने में रिपोर्ट आने के बाद परामर्श केन्द्र व थाने की काउंसलिंग में परिवादिया व उनके परिजनों करीब पांच से छह चक्कर। प्रति चक्कर में किराए व दिनभर की मशक्कत से सभी परेशान
– महिला के साथ ही केवल यह दिन का थाना था, यहां सुनसान जगह होने से रात में कोई नहीं आता।
– रात्रिकालीन में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित थाना
– थाने की दूरी के कारण अनावश्यक ही अधिकारियों के पास महिला प्रताडऩा के परिवाद का अतिरिक्त बोझ
– न्यायालय, आईजी व एसपी कार्यालय से दूरी होने से अतिरिक्त खर्च
– पीडि़ताओं व परिजनों से बड़ी मिलेगी राहत
निर्माण कार्य चल रहा है
महिलाओं की पीड़ा का देखते हुए शीघ्र ही थाना मानव तस्करी विरोधी यूनिट में शिफ्ट किया जाएगा। अभी वहां पर हवालात निर्माण के अलावा अन्य कार्य चल रहे है।
राजेन्द्र प्रसाद गोयल, पुलिस अधीक्षक