माहे नूर खान का राजस्थान सरकार ने तीन साल के कोर्स की ट्यूशन फीस, जो लगभग 1.10 करोड़ है, का पूरा खर्च वहन किया है। इसके साथ ही, उन्हें जीवन-यापन और भोजन के खर्चों के लिए 1 लाख रुपए प्रति माह का स्टाइपेंड भी मिलेगा, जो कुल मिलाकर 36 लाख रुपए होगा।
ऑनलाइन काम करके अपने परिवार की आर्थिक मदद
माहे नूर खान के पिता, मोइन खान एक छोटे व्यवसायी हैं और उनकी माता नौशीन खान ने कभी स्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं की। इन कठिनाइयों के बावजूद माहे नूर ने ऑनलाइन काम करके अपने परिवार की आर्थिक मदद की और अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्होंने कक्षा 10वीं तक की पढ़ाई विजन एकेडमी स्कूल से की और कक्षा 12वीं की पढ़ाई उदयपुर सेंट्रल के सेंट मैरी स्कूल से पूरी की। इस उपलिब्ध पर माहे नूर खान ने कहा, मुझे हमेशा भारत की बढ़ती वैश्विक महत्ता में रुचि रही है, खासकर हाल की घटनाओं जैसे कि यूक्रेन द्वारा युद्ध में मध्यस्थता के लिए भारत से आग्रह करने के बाद। भारतीय प्रवासी समुदाय ने देश की सॉट पावर और ब्रांड को मजबूत बनाने में जो भूमिका निभाई है, वह हमेशा मुझे प्रेरित करती है।’’