नगर के नागदा बाजार में एक भवन की छत से बालिका ने सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर करीब 200 मीटर की दूरी पर दूसरे मकान की छत पर पैंथर घूमते देखा। सूचना परिजनों को दी और मोबाइल से वीडियो बनाया। सूचना के बाद थानाधिकारी मनीष कुमार खोईवाल एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी दिलीप सिंह जाब्ते के साथ पैंथर के मूवमेंट वाले क्षेत्र पर पहुंचे, लेकिन इसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। दूसरी तरफ पैंथर की सूचना पर क्षेत्र के मकानों में रहने वाले लोगों में डर का माहौल बन गया है।
उदयपुर से पहुंची रेस्क्यू टीम
कलक्टर जसमीत सिंह संधू के निर्देशन पर उदयपुर से वन विभाग के वन्य जीव चिकित्सा अधिकारी डॉ. हिमांशु व्यास, सहायक वनपाल जितेंद्र देवड़ा एवं द्वारका प्रसाद शर्मा, टेक्नीशियन अशोक जोशी सहित रेस्क्यू टीम के 25 जवान सलूम्बर पहुंचे। टीम शूटर गन, बड़ी जाल, तकनीकी सिस्टम के साथ पहुंची। बंद कराए बाजार
सुबह के बाद दोबारा पैंथर के मूवमेंट नहीं होने पर वन विभाग की टीम ने ड्रोन एवं दूरबीन की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन पैंथर का मूवमेंट दोबारा नहीं दिखा। इसके बाद नागदा बाजार क्षेत्र के आसपास संपर्क गलियों से आवाजाही रोक दी। शाम 5 बजे बाद पुलिस टीम ने नगर वासियों की मदद से बाजार बंद करवाए व माइक के माध्यम से अनाउंसमेंट कर लोगों से छत पर नहीं जाने, छत के दरवाजे और खिड़कियां बन्द रखने की अपील की।
पुलिस एवं वन विभाग की टीम ने पैंथर के मूवमेंट स्थल के करीब आधा किलोमीटर क्षेत्र को घेर लिया। चारों ओर पैंथर के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए तकनीकी सुविधा के साथ नागदा बाजार को छावनी में बदल दिया।