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उदयपुर

झील-तालाबों का हो सीमाकंन, मानव श्रृंखला व पोस्टर बनाकर बच्चों ने की झील संरक्षण की बात

जस्थान पत्रिका की ओर से झील-तालाब बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत विभिन्न संगठन व शिक्षण संस्थाएं भी जुडऩे लगे हैं। मंगलवार को बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने एडीएम को ज्ञापन दिया तो आलोक इंटरेक्ट क्लब ने चेतक पर मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को झील- तालाब बचाने की अपील कर सहयोग मांगा।

उदयपुरOct 02, 2024 / 01:32 am

surendra rao

झील- तालाब संरक्षण की शपथ लेते स्कूली छात्र- छात्राएं।

उदयपुर. राजस्थान पत्रिका की ओर से झील-तालाब बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत विभिन्न संगठन व शिक्षण संस्थाएं भी जुडऩे लगे हैं। मंगलवार को बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने एडीएम को ज्ञापन दिया तो आलोक इंटरेक्ट क्लब ने चेतक पर मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को झील- तालाब बचाने की अपील कर सहयोग मांगा। आयड़ गोकुलपुरा में स्थित श्रीराम स्कूल में बच्चों ने झील-तालाब बचाने की शपथ ली।–अधिवक्ताओं ने झील-तालाब को सीमांकन करने की रखी मांगअधिवक्ता सुबह बार अध्यक्ष भरत जोशी के नेतृत्व में कोर्ट में एकत्रित हुए। वहां से वे जिला कलक्ट्रेट पहुंचे व एडीएम को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में उन्होंने पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे झील तालाब- बचाने की मुहिम में समस्त तालाबों का सीमांकन करवाने, तालाब पेटे में अवैध रूप से स्वीकृतियां जारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। अधिवक्ताओं ने ज्ञापन में बताया कि पिछोला, फतहसागर, बड़ी, उदयसागर जैसी प्रसिद्ध झीलों के संरक्षण के लिए वर्ष 2007 में राजस्थान उच्च न्यायालय ने संरक्षण के विस्तृत आदेश दिए थे, जिनमें झील विकास प्राधिकरण की स्थापना, कैचमेंट एरिया का संरक्षण, निर्माण निषेध रखने, पेटे को बचाने के आदेश दिए थे, लेकिन यहां पर खुलेआम इसकी धज्जियां उड़ाई जा रही है। अधिवक्ताओं ने मामले में उचित कार्रवाई कर झील-तालाब बचाने की मांग की। इस अवसर बार अध्यक्ष जोशी के अलावा महामंत्री राजेश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष मनीष शर्मा, अशोक सिंघवी, दिनेश गुप्ता, बंशीलाल गवारिया सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे।–मानव श्रृंखला बनाकर दिया झीलों को साफ रखने व बचाने का संदेशझीलों के संरक्षण को लेकर चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत आलोक इंटरेक्ट क्लब व छात्रों ने चेतक चौराहा पर मानव श्रृंखला बनाकर व सांकेतिक नीले वस्त्र को झील का संकेत बनाकर लोगों को झील तालाब बचाने के लिए जागरूक किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. प्रदीप कुमावत थे। विशिष्ट अतिथि हसन पालीवाला, कमलेंद्र सिंह पवार, प्रतीक कुमावत थे। इस अवसर पर डॉ प्रदीप कुमावत ने कहा कि जिस प्रकार शक्ति का हाथ झीलों के साथ कार्यक्रम में सभी ने मिलकर एक.दूसरे से हाथ मिलाकर अपने संकल्प को दोहराया। वैसे ही उदयपुरवासियों को सभी को एकजुट होकर हाथ से हाथ मिलाकर एकजुट होना पडेगा और हमको इसके संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर छात्रों ने झीलों के संरक्षण की बात करते हुए चेतक चौराहा पर मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरूकता एवं झीलों के संरक्षण का संदेश दिया।इस अवसर पर एक संकल्प पत्र का भी विमोचन कर आमजन को संकल्प दिलाया गया कि वे किस प्रकार अपनी झीलों के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध हो सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य शशांक टांक, जयपालसिंह रावत, नारायण चौबीसा, वंदना त्रिवेदी व 100 से अधिक आलोक के इन्टरेक्टर्स तथा विभिन्न समाज व संगठनों के प्रतिनिधि, भारत विकास परिषद,बजरंग सेना, बोहरा समाज के प्रतिनिधि, अध्यापक तथा छात्र-छात्राएं मौजूद थे।—–
झील संरक्षण की ली शपथ

गोकुलपुरा स्थित श्रीराम स्कूल के छात्रों ने झीलों के संरक्षण व अतिक्रमण मुक्त करने संबंधी पोस्टर बनाए। पोस्टर को हाथों में लेकर झील संरक्षण की शपथ ली। इस दौरान विद्यालय के व्यवस्थापक मनोहर चौधरी, मैनेजिंग डायरेक्टर संजय चौधरी, प्रिंसिपल दीपिका गंगल, निकिता महेश्वरी, ओम प्रकाश चौधरी, दलेल सिंह झाला आदि अध्यापक मौजूद थे।

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