उदयपुर. वल्लभनगर के पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर ने यहां जिला कलक्टर चेतन देवड़ा से मिलकर कानोड़ में कमलवाला तालाब की भूमि से हरे पेड़ व बबूल के पेड़ को अवैध तरीके से काटने एवं चोरी होने के पूरे मामले से अवगत कराते हुए मामले में अब तक कार्रवाई नहीं होने से अवगत कराया। भींडर ने कलक्टर को बताया कि पूर्व में पार्षद पारस नागोरी, राजकुमार कामरिया, प्रकाश लक्षकार, भवानी सिंह चौहान व प्रेमदेवी चौहान ने एडीएम को ज्ञापन भी दिया लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। भींडर ने पार्षदों का ज्ञापन पत्र फिर से कलक्टर को देकर बताया कि कानोड़ नगर के कमल वाला तालाब के पेटे में सैकड़ों की तादाद में बबूल सहित कई प्रजातियों के पेड़ बिना स्वीकृति के तालाब सफाई के नाम पर कटवा कर बेच दिए। पार्षदों ने बताया कि 20 जून को कानोड़ थानाधिकारी को लिखित में सूचना दी। वहां पार्षदों ने मौके पर जाकर स्थिति देखी तो वहां एक लोडिुंग ऑटो में लकडिय़ां भरी हुई थी जिनको बेचने ले जा रहे थे। पार्षदों ने कहा कि यह सम्पति नगर पालिका की थी और पूरी प्रक्रिया अपनाकर पालिका बेचती तो पालिका को भी राजस्व मिलता। पार्षदों ने कलक्टर से कहा कि पूरे मामले की जांच हो और जो राजस्व का जो नुकसान हुआ उसको वसूल राजकोष में जमा कराया जाए और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए। उनके साथ पार्षद नागोरी भी साथ थे। भींडर ने कलक्टर से कानोड़ व भींडर में ग्रामीणों की सुविधा के लिए उपखंड अधिकारी की ओर से से कैम्प कोर्ट लगाने को लेकर भी कलक्टर को अवगत कराते हुए बताया कि वल्लभनगर में एसीएम का पद सृजित किया गया और उनको भींडर व कानोड़ के राजस्व मामलों की जिम्मेदारी दी गई, वैसे इतने सालों बाद भी एसीएम की नियुक्ति नहीं हो पाई। उन्होंने भींडर व कानोड़ में कोर्ट कैम्प पुन: लगाने की भी मांग की।