एसीबी के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी इंटेलिजेंस इकाई को परिवादी ने शिकायत दी कि उसके रिसोर्ट का जीएसटी टीम ने सर्वे किया था। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं करने और आईटीसी क्लेम का फायदा देने के एवज में वाणिज्य कर विभाग के संयुक्त आयुक्त डूंगरपुर निवासी रविन्द्र जैन से मिला। उसने इस एवज में 8 लाख की मांग की। शिकायत पर एसीबी उपमहानिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में सीआई डॉ. सोनू शेखावत मय टीम ने शिकायत का सत्यापन किया। पुष्टि होने के बाद टीम ने उसे कार्यालय में रिश्वत लेते हुए दबोचा।
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