प्रभु का केसरिया- लाल वस्त्रों में शृंगार शहर के जगदीश मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव पर रात्रि 12.30 बजे मनाया जाएगा। मंगला आरती के साथ ही पंचामृत स्नान करवाकर प्रभु को केसरिया- लाल वस्त्र धारण करवाए गए। शृंगार आरती के साथ जन्मोत्सव के भजन और बधाई गीत गाए। साथ ही पूरे दिन हाथी घोड़ा पालकी के जयकारे लगाते हुए दर्शन करने भक्तों का तांता लगा रहा। संध्या आरती के बाद भजन कीर्तन हुए और रात्रि साढ़े बारह बजे शंख, नगाड़ों और थाली, मांदल की ध्वनि के साथ प्रभु का जन्मोत्सव मनाया गया। शुक्रवार को 1 बजे नंद उत्सव मनाया जाएगा।
दधिका उत्सव आज दधिका उत्सव कार्यक्रम संयोजक गोपाल जोशी ने बताया कि शुक्रवार सुबह 9.30 बजे विधि-विधान से दूध, दही, पंचामृत से भरी मटकी को पूजन के बाद जमीन तल से 25 फीट की ऊंचाई तक बांधा जाएगा। मटकी को फोडने के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 8 आठ दल भाग लेंगे। विजेता टीम को 31,000 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इधर,नवयुवक मंडल, बेदला की ओर से मटकी फोड़ व सांस्कृतिक आयोजन आजाद चौक पर शाम 6 बजे से किया जाएगा। विजेता टीम को 11 हजार 501 और उपविजेता टीम को 5000 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
अस्थल मंदिर और श्रीनाथजी की हवेली में आज जन्मेंगे कन्हाई सूरजपोल िस्थत अस्थल आश्रम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन शुक्रवार को किया जाएगा। महंत रासबिहारी शरण ने बताया कि श्रीकृष्ण लीला की मनोहर झांकियां सजाई गई हैं। महाआरती का मनोरथ एवं दर्शनलाभ रात्रि 12.30 बजे प्राप्त होगा। झांकियों एवं भगवान द्वारकाधीश के दर्शन का समय शाम 6.15 बजे से रात 10 बजे तक का रहेगा। इधर, श्रीनाथजी की हवेली में कृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुरजी को पंचामृत स्नान कराया जाएगा। ठाकुरजी को केसरिया विशेष शृंगार धराया जाएगा। रात्रि 12 बजे कृष्ण जन्म के उल्लास में 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। ठाकुरजी को महाभोग लगाया जाएगा। शनिवार को नंद महोत्सव मनाया जाएगा।