जिससे मंदिर पर जगह- जगह दरारें भी पड़ गई है।
उदयपुर•Nov 15, 2019 / 12:41 pm•
Krishna
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
उदयपुर का प्राचीन जगदीश मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का स्थल है। पर्व व आयोजनों पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। यहीं नहीं देसी-विदेशी पर्यटक भी यहां आते हैं और मनोहारी कलाकृतियों को कैमरे में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं
Hindi News / Photo Gallery / Udaipur / जगदीश मंदिर को संरक्षण का इंतजार, देखरेख के अभाव में मंदिर पर जगह- जगह उग आए पीपल के वृक्ष…देखें तस्वीरें