यह रेलसेवा वीरांगना लक्ष्मीबाई (झांसी)-ललितपुर-खजुराहो होकर संचालित होगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 19665, खजुराहो-उदयपुर सिटी ट्रेन जो 29 व 30 जून को खजुराहो से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा खजुराहो-ललितपुर-वीरांगना लक्ष्मीबाई (झांसी) होकर संचालित होगी।
उदयपुर-चित्तौडग़ढ़ सेक्शन : 4 स्टेशनों पर विकास कार्य तेज, मिलेगी सुविधा
उदयपुर. अजमेर मंडल के चार स्टेशनों पर अतिरिक्त लूप लाइन, नई इंटरलॉकिंग, फायर अलार्म सिस्टम और हाई लेवल प्लेटफार्म का कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें पांडोली, कपासन, भूपालसागर और भीमल स्टेशन शामिल है। इन सुविधाओं के विकास के साथ ही ट्रेनों के आवगमन में सुविधा होगी, वहीं यात्रियों को भी सुरक्षित वातावरण उपलब्ध होगा। अजमेर मंडल की गतिशक्ति यूनिट व मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के प्रयासों के फलस्वरूप अजमेर-चित्तौडग़ढ़-उदयपुर सेक्शन पर दो लाइन के 4 स्टेशनों- पांडोली, कपासन, भूपालसागर और भीमल पर एक-एक अतिरिक्त लूप लाइन डाली जा रही है। इस कार्य की कुल लागत 47.54 करोड़ है।
उदयपुर. अजमेर मंडल के चार स्टेशनों पर अतिरिक्त लूप लाइन, नई इंटरलॉकिंग, फायर अलार्म सिस्टम और हाई लेवल प्लेटफार्म का कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें पांडोली, कपासन, भूपालसागर और भीमल स्टेशन शामिल है। इन सुविधाओं के विकास के साथ ही ट्रेनों के आवगमन में सुविधा होगी, वहीं यात्रियों को भी सुरक्षित वातावरण उपलब्ध होगा। अजमेर मंडल की गतिशक्ति यूनिट व मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के प्रयासों के फलस्वरूप अजमेर-चित्तौडग़ढ़-उदयपुर सेक्शन पर दो लाइन के 4 स्टेशनों- पांडोली, कपासन, भूपालसागर और भीमल पर एक-एक अतिरिक्त लूप लाइन डाली जा रही है। इस कार्य की कुल लागत 47.54 करोड़ है।
यह भी पढ़ें
Indian Railways News : रेलवे की यह गलती यात्रियों पर पड़ रही भारी, ट्रेन आने पर करनी पड़ती है भागदौड़
विभिन्न विभागों स्टोर, एसएंडटी और पी-वे सहित अन्य विभागों से सामग्री प्राप्त कार्य तीव्र गति से जारी है। इसके अलावा इन स्टेशनों पर पुराने पैनल को हटाकर नई इंटरलॉकिंग सिस्टम स्थापित किया जा रही है, साथ ही नए हाई लेवल प्लेटफार्म का निर्माण और फायर अलार्म सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। इस कार्य की पाडोली, भीमल व कपासन स्टेशनों के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। भूपाल सागर स्टेशन के लिए रेल संरक्षा आयुक्त की स्वीकृति शीघ्र ही प्राप्त हो जाएगी। इस कार्य के लक्ष्य के अंतर्गत भीमल स्टेशन पर यह कार्य 17 मार्च, 2024 को तथा पांडोली स्टेशनों पर 14 मई, 24 को कार्य पूरा चुका है। कपासन व भूपालसागर स्टेशनों को वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।