केरल तट पर 5 जून के आसपास पहुंचने की संभावना
मौसम विज्ञानी प्रो. नरपतसिंह राठौड़ के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से अरब सागर व एवं दक्षिणी अंडमान सागर में मानसून के पूर्व की गतिविधियां आरंभ हो गई है। इस प्रभाव के कारण पिछले दो दिन से कर्नाटक, केरल व तमिलनाडू के कुछ भागों में मानसून पूर्व की गतिविधियां प्रारंभ हो चुकी हैं। जो भारतीय मानसून के लिए शुभ संकेत है। वहींं, उदयपुर मेवाड़ सहित पूरे प्रदेश में सामान्य मानसून की उम्मीद है। केरल तट पर 5 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ता हुआ 25 जून के आसपास दक्षिणी राजस्थान में प्रवेश करने की उम्मीद है। पिछले साल 5 संभागों में एक साथ हुई थी एंट्री
पिछले साल मानसून ने राज्य के पांच संभागों में एक साथ धमाकेदार एंट्री की थी। झमाझम बारिश के साथ मानसून ने कोटा व भरतपुर संभाग को पहले पूरी तरह कवर किया। फिर उदयपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के कुछ जिलों में भी मानसून ने प्रवेश किया।
मेवाड़-वागड़ का मार्ग चुनता है मानसून
मौसम जानकारों के अनुसार, हर साल अरब सागर से आने वाली हवा दक्षिणी-पश्चिमी मानसून लेकर आती है, इसी वजह से इसका प्रवेश उदयपुर-कोटा संभाग के रास्ते होता है। मानसून यहीं से पूरे राजस्थान में छा जाता है। राजस्थान में प्रवेश के लिए यह कोटा-झालावाड़ और मेवाड़-वागड़ का मार्ग चुनता है। बांसवाड़ा में मानसून का प्रवेश सबसे पहले होता है। इस कारण इसे मानसून का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।