उदयपुर

Honey Trap: हनी ट्रैप का मीठा जाल, फंसाए जा रहे व्यवसायी

Honey Trap:लेकसिटी में गैंग सक्रिय, आए दिन केस आ रहे सामने, संबंध बनाने के बाद वसूली के लिए धमकाने का खेल

उदयपुरApr 17, 2023 / 02:35 pm

Pankaj

Honey Trap: हनी ट्रैप का मीठा जाल, फंसाए जा रहे व्यवसायी

Honey Trap: लेकसिटी(Udaipur) में बदलते आपराधिक परिदृश्य में हनी ट्रैप से जुड़ी कई गैंग काम कर रही है। जो सक्षम लोगों, व्यापारियों को जाल में फांस रही है। गैंग में शामिल लोग युवतियों-महिलाओं को हथियार बनाकर धमकाते हुए अवैध वसूली कर रहे हैं। हनी ट्रैप (Honey Trap) ऐसी सोची समझी साजिश है, जिसके तहत सोशल मीडिया पर दोस्ती और व्यक्तिगत संपर्क करके फंसाया जाता है, वहीं कई बार व्यापारियों के यहीं नौकरी करके नजदीकियां बढ़ाई जाती है। अनैतिक संबंध के फेर में उलझाने के बाद बदनाम करने और झूठे मुकदमे में फंसाने का डर दिखाया जाता है। गैंग के अन्य लोगों के माध्यम से मोटी रकम वसूली जाती है। रुपए नहीं देने पर बदनाम करने की धमकी दी जाती है।
यूं बरतें सावधानी

– लड़की की ओर से प्रस्ताव आने पर लड़की और परिवार की स्थिति की जांच करने के बाद ही सम्पर्क जोड़ें।

– मैट्रीमोनियल साइट से रिश्ता ढूंढ़ रहे हैं तो भी लड़की के बारे में अच्छी तरह से जांच पड़ताल करवा लें।
– अनजान युवती किसी बहाने से संपर्क में आए और कुछ ही दिनों में दोस्ती बढ़ाए तो सावधान हो जाएं।

– हनी ट्रैप का खेल सोशल मीडिया से शुरू होता है। अनजान नम्बर से कॉल, मैसेज को नजर अंदाज करें।
– सोशल प्लेटफॉर्म पर फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलती है तो बिना जांच पड़ताल किए एक्सेप्ट करने से बचना चाहिए।

केस 1

हिरणमगरी थाने का मामला सामने आ चुका है, जिसमें युवती और उसकी गैंग के सदस्यों ने मार्बल व्यवसायी से लाखों रुपए की मांग की। इससे पहले युवती ने उसे एक होटल में बुलाकर आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था।
केस 2

सविना थाना क्षेत्र में महिला ने शिक्षक से संपर्क किया। दोस्ती बढ़ाकर घर बुलाया। शिक्षक झांसे में आकर घर गया तो गैंग के लोग पहुंचे और मारपीट करने लगे। मोटी रकम की मांग करने लगे, नहीं देने पर बदनाम करने की धमकी देने लगे।
केस 3

गोवर्धन विलास थाने के मामले में युवती ने सोशल मीडिया पर दोस्ती करते हुए युवक को प्रेम जाल में फांसा और मिलने लगी। दोनों के बीच संबंध होने पर अचानक गैंग के लोग आ गए और युवक को धमकाते हुए रुपए की मांग करने लगे।
हनी ट्रैप होने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन पर शिकायत करें। परिवादी का नाम गोपनीय रखा जाएगा ताकि सामाजिक प्रतिष्ठा को हानि नहीं पहुंचे। सामाजिक प्रतिष्ठा खराब होने के डर के चलते ऐसे झांसापट्टी में आकर अपना नुकसान नहीं कराएं।
अजयपाल लाम्बा, आइजी, उदयपुर रेंज

बड़े लोगों को हनी ट्रैप में शिकार बनाने के केस बढ़ रहे हैं। अनजान लोगों पर भरोसा करने में सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे मामलों में आइपीसी की धारा 384 और 120 बी में केस दर्ज होते हैं। परिवादी को बेझिझक कार्रवाई करवानी चाहिए।
मनीष शर्मा, अधिवक्ता

हनी ट्रैप गैंग इंटरनेट साइट से प्रोफाइल तलाशकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है। फिर पर्सनल नंबर मांगते हैं। आपत्तिजनक वीडियो बनाकर बदनाम करने की धमकी देकर रुपए की मांग करते हैं। सोशल मीडिया पर गोपनीयता बनाए रखनी चाहिए।
मानस त्रिवेदी, साइबर एक्सपर्ट

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