सास-बहू , ननद-भौजाई ने खूूूब बजाई पुंपाडि़यां, महिलाओं के इस अनूठे मेले में बारिश ने बढाई रौनक
उदयपुर. हरियाली अमावस्या
hariyali amavasya mela के दूसरे दिन शुक्रवार को सहेलियों की बाड़ी में महिलाओं का मेला भरा। शुक्रवार सुबह से आसमान में छितराए बादल छाए रहे। इस दौरान तीखी धूप भी खिली रही। लेकिन दोपहर बाद बारिश ने मेले की रौनक की दोगुनी कर दी। हरियाली अमावस्या के दूसरे दिन मेले में सुबह से महिला और युवतियों का हुजूम उमड़ना शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। महिलाओं ने जमकर खरीदारी की मेले का आनंद उठाया।लेकिन तेज धूप से महिलाएं परेशान रही । महिलाओं ने सहेलियों की बाड़ी, फतहसागर, मोती मगरी, का भ्रमण कर मेले में मनोरंजन के संसाधनों का आनन्द किया। दोपहर तक बड़ी संख्या में महिलाओं अपने छोटे बच्चों बच्चियों व ननन्द भोजाई, देवरानी जेठानी के साथ मेले में पहुंंची। कुछ महिलाओं अपनी सास के साथ भी मेले में पहुची इस दौरान छोटी बच्चियां अपनी दादी व मां का हाथ व ऊगली थामे मेले का आनन्द ले रही थी तो कुछ बच्चो को मां ने गोद मेंं तो कुछ ने कंधे पर बिठाकर बच्चोंं को मेले में घुमाया। इस दौरान महिलाएं अपने घरों से बनाकर लाए भोजन का फतहसागर पाल, सहेलियों की बाड़ी, मोती मगरी आदि जगह बैठ परिवार के साथ भोजन का स्वाद लिया। दोपहर बाद आई बारिश के बाद महिलाओं ने छाते खोल कर बारिश से बचने का जतन किया तो कई महिलाओं ने बारिश में भीगने का आनन्द लिया मेले में युवतियों ने रंग बिरंगी टोपियांं एवं चश्मा पहन कर पुंंपाडियां बजाकर मेले का आनंद लिया। वही महिलाओं ने घरेलू सामग्री, ग्रहसज्जा की सामग्री बेग , आर्टिफिशियल ज्वेलरी सौंदर्य प्रसाधनों के साथ ही अन्य सामग्री की जमकर खरीदारी की। मेले में फतहसागर देवली छोर, सहेलियों की बाड़ी के सामने, यूआईटी चौराहे आदि जगह लगे चकरी डोलर में बैठ मेले का आनंद उठाया । कई महिलाएं परिवार के साथ तो कई अपनी सहेलियों के साथ डोलर चकरी में बैठी और मेले का भरपूूर आनन्द लिया। मेले में खरीदारी के दौरान की बच्चे अपनी मां से बिछुड़ गए। मेले में फतहसागर से सहेलियों की बाड़ी तक पुपाडिया का शोर गूंजता रहा। मेले में कई युवतियां ग्रुप में नजर आई। इस दौरान ग्रुप में एक साथ पुपाडियांं बजाकर मेले का आनन्द लिया। मेले में देशी विदेशी पर्यटक भी दिखे जिन्होंने भी इस अनोखे मेले का आनन्द लिया।