डोटासरा ने उदयपुर के डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार परीक्षाएं सुरक्षित रूप से आयोजित नहीं करवा पा रही है, जिससे युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा- “यह सरकार ही लीक हो गई है। यह बड़े पर्चे तो करवा ही नहीं सकती, छोटे-छोटे पर्चे भी लीक हो रहे हैं। डबल इंजन सरकार के इंजन उल्टे जुड़ गए हैं।”
ERCP पर सवाल, सरकार को घेरा
डोटासरा ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यकाल में घोषित ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ERCP) को भाजपा सरकार ने पहले तो अच्छा बताया, लेकिन अब इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने में टालमटोल कर रही है। अगर यह योजना इतनी ही अच्छी थी तो केंद्र सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित क्यों नहीं कर रही है? केंद्र केवल पर्चियां भेजकर काम निकाल रहा है, लेकिन राजस्थान को उसका हक नहीं मिल रहा है। उन्होंने जातिगत जनगणना कराने की मांग करते हुए कहा कि इससे पिछड़े वर्गों के लिए विशेष बजट आवंटन संभव होगा, जिससे समाज के कमजोर तबकों को सही लाभ मिल सकेगा।
बजरी माफिया पर भी हमला, सरकार को घेरा
राज्य में अवैध बजरी खनन को लेकर डोटासरा ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार खुद मान रही है कि रोजाना 7 करोड़ रुपये की अवैध बजरी निकाली जा रही है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हो रहा।
“सरकार खुद ही मान रही है कि कुछ भी नहीं कर पा रही है। यह सरकार लीक हो चुकी है और अब इसे बचाया नहीं जा सकता।”
बजट में राजस्थान को निराशा, विशेष पैकेज की मांग
डोटासरा ने केंद्रीय बजट को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा- “पिछले बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान का नाम तक नहीं लिया। इस बार उम्मीद करते हैं कि राजस्थान के लिए कुछ विशेष घोषणाएं की जाएंगी, खासकर पानी की समस्या को लेकर। राजस्थान को विशेष पैकेज मिलना चाहिए ताकि पानी संकट से निपटा जा सके।” उन्होंने मांग की कि सोशल सिक्योरिटी पर ध्यान दिया जाए और कर्मचारियों के लिए टैक्स स्लैब में राहत दी जाए।
टीकाराम जूली का वार- “तीन टर्म से भाजपा की सरकार, फिर भी राजस्थान को कुछ नहीं मिला”
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान ने भाजपा को बड़ी संख्या में सांसद दिए, लेकिन बदले में राजस्थान को कुछ नहीं मिला। “मोदी खुद ERCP का शिलान्यास कर गए, लेकिन आज तक इसके लिए बजट आवंटित नहीं किया गया। केवल नाम बदले जा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस काम नहीं हो रहा।