अगेती बाई फ सलों से किसानों को जानवरों से भी रक्षा करना भारी पड़ रहा है। कहीं बंदर तो कहीं ***** और कहीं नीलगाय, रोजडों की समस्या सता रही है। वही कुछ किसानों ने रात दिन रखवाली के लिए खेतों में मचान तक बनाए है।
किसानों की नजरें आसमां पर
क्षेत्र में अभी तक तेज बारिश के नहीं होने से हर समय नजरें आसमान की ओर रहने लगी है। क्योंकि अभी तक क्षेत्र के सभी जलाशय खाली पड़े है तो नदी, नालों में भी आवक नहीं हुई है। झामरी नदी सूखी पड़ी है तो गोमती में मामूली पानी आया है। केसर सागर, मूंगली तालाब, गुडेल तालाब, माकडसीमा तालाब अभी खाली है।
किसानों की नजरें आसमां पर
क्षेत्र में अभी तक तेज बारिश के नहीं होने से हर समय नजरें आसमान की ओर रहने लगी है। क्योंकि अभी तक क्षेत्र के सभी जलाशय खाली पड़े है तो नदी, नालों में भी आवक नहीं हुई है। झामरी नदी सूखी पड़ी है तो गोमती में मामूली पानी आया है। केसर सागर, मूंगली तालाब, गुडेल तालाब, माकडसीमा तालाब अभी खाली है।