जनजातीय समाज के प्रमुख आस्था के केंद्र मानगढ़ धाम को लेकर कांग्रेस और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो चुका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय स्मारक के मुद्दे काे सियासी हथियार बना लिया है। उदयपुर में महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में गहलोत ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मानगढ़ में पीएम आए थे, उनको राष्ट्रीय स्मारक की घोषणा करनी थी, लेकिन पता नहीं उन्हें क्या सूझा और वे बिना घोषणा किए ही चले गए। ऐसा तब हुआ जब मोदी ने चीफ सेक्रेट्री से मानगढ़ धाम को लेकर पूरी डिटेल ली थी। हो सकता है मैं वहां था, इसलिए प्रधानमंत्री ने घोषणा नहीं की। मंच पर ही बैठे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मुखातिब होते हुए गहलोत ने कहा कि मेरा आग्रह है कि आप पीएम मोदी से मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए कहें। दरअसलस, उदयपुर संभाग जनजातीय दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। सीएम की नजर यहां की 28 सीटों पर है। इसी को ध्यान में रखकर वे लगातार दौरे कर रहे हैं। हर सभा में वे मानगढ़ धाम का मुद्दा उठा रहे हैं। गहलोत ने इस बार उदयपुर को बड़ी सौगात देते हुए महाराणा प्रताप बोर्ड की भी घोषणा कर दी।
उधर, गहलोत सरकार की योजनाओं के जवाब में भाजपा मोदी के नौ साल के कार्यकाल को लेकर मैदान मेें उतरने वाली है। इसके लिए बकायदे कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं। प्रयास है कि कार्यकर्ता गांव-गांव में केंद्र सरकार के नौ साल के कार्यकाल और जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करें। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी लगातार बैठकें ले रहे हैं।
उधर, प्रताप जयंती पर राजसमंद की राजनीति भी मेवाड़ के शूरवीर के गौरव से प्रभावित दिखी। सांसद दीया कुमारी प्रताप के जन्मस्थल कुंभलगढ़ पहुंचीं, वहीं नाथद्वारा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश के सबसे लंबे 3 किलोमीटर के गौरवपथ पर महाराणा प्रताप की 3800 किलोग्राम वजनी मूर्ति का उद्घाटन करवाया। दोनों नेता एक-दूसरे को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। सीपी जोशी के गृहनगर में सांसद ने पीएम मोदी की बड़ी सभा करवाई थी, वहीं जोशी मुख्यमंत्री गहलोत से मजबूत संबंधों की बदौलत नाथद्वारा में ताबड़तोड़ घोषणाएं करवा रहे हैं।
उधर, गहलोत सरकार की योजनाओं के जवाब में भाजपा मोदी के नौ साल के कार्यकाल को लेकर मैदान मेें उतरने वाली है। इसके लिए बकायदे कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं। प्रयास है कि कार्यकर्ता गांव-गांव में केंद्र सरकार के नौ साल के कार्यकाल और जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करें। इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी लगातार बैठकें ले रहे हैं।
उधर, प्रताप जयंती पर राजसमंद की राजनीति भी मेवाड़ के शूरवीर के गौरव से प्रभावित दिखी। सांसद दीया कुमारी प्रताप के जन्मस्थल कुंभलगढ़ पहुंचीं, वहीं नाथद्वारा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश के सबसे लंबे 3 किलोमीटर के गौरवपथ पर महाराणा प्रताप की 3800 किलोग्राम वजनी मूर्ति का उद्घाटन करवाया। दोनों नेता एक-दूसरे को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। सीपी जोशी के गृहनगर में सांसद ने पीएम मोदी की बड़ी सभा करवाई थी, वहीं जोशी मुख्यमंत्री गहलोत से मजबूत संबंधों की बदौलत नाथद्वारा में ताबड़तोड़ घोषणाएं करवा रहे हैं।