उदयपुर

दावे फेल: सीवर लाइन नहीं हुई ठीक, अभी भी कई खामियां

लोग परेशान, बोले- जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन एक बार करे दौरा, खुलेगी पोल, सीवर का पानी गिर रहा झील में, झील का पानी भी आ रहा सडक़ों पर, गंदगी से लोग हो चुके परेशान, समाधान नहीं हुआ तो लोग होंगे बीमार

उदयपुरJan 06, 2025 / 11:23 pm

अभिषेक श्रीवास्तव

सड़क पर पसरी गंदगी व पानी

उदयपुर. अंदरुनी शहर में करोड़ों खर्च कर नई सीवर लाइन डालने के बावजूद भी लोगों की परेशानी खत्म नहीं हुई। कोई इलाका ऐसा नहीं है जहां कोई खामी न हो। किसी जगह पर सीधा सीवर झील में गिर रहा है तो कही तालाब का पानी व्यर्थ बह रहा है। झील में डली लाइन से कनेक्शन काटने के बावजूद अभी भी कुछ जगह पर मेन हॉल में पानी चल रहा है। अधिकारी-कर्मचारी सिर्फ सीवर सिस्टम के सुधारने के खोखले दावे कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में लोग परेशान है। लोग अब स्मार्ट सिटी के सीवर के कामों को कोसने लगे हैं। अम्बावगढ़ कच्ची बस्ती में होटल नेचुरल के बाहर तो घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। वहां मलमूत्र के साथ गंदगी सडक़ पर पसरी रहती है। वहां लोगों के घरों के नलकूप तक खराब हो चुके हैं।
लोगों का कहना है कि एक बार जनप्रतिनिधि, जिला कलक्टर मौके का दौरा करे तो उन्हें खुद पता चल जाएगा कि कहां सीवरेज गिर रहा है और कहां पर झील का पानी व्यर्थ बह रहा है। पेयजल की मुख्य झील पिछोला कहां मैली हो रही है और उसके जिम्मेदार कौन है? दस साल तक मेटनेंस का जिम्मा लेने वाली कंपनी कहां है?

दावे अब तक नहीं हुए साबित

पिछोला झील के अंदर डली सीवरेज लाइन आखिरकार बाहर निकालने के बाद झील में सीवरेज को रुकने के दावे करने वाले अधिकारी गलत साबित हुए। अभी भी कई जगह पर सीवर सीधा झील में गिर रहा है। स्मार्ट सिटी व निगम के अधिकारी पुरानी लाइनों में जा रहे झील के शुद्ध पानी को अब तक न तो रोक पाए न हीं होटल और कुछ लोगों द्वारा सीधे झील में डाले ड्रेनेज को पकड़ पाए। अभी भी कई जगह हालत बद से बदतर है।

निगम साथ छोड़ दे तो खुल जाएगी पोल

अभी अंदरुनी शहर में सीवर चौक होने पर निगम की टीम तुंरत मौके पर पहुंचकर काम कर रही है। जनता को परेशानी न हो इसके लिए मशीनरी के साथ ही दिन-रात कार्मिक काम कर रहे हैं। जबकि दस साल तक मेंटेनेंस करने की जिम्मेदारी सीवर लाइन डालने वाली कंपनी की है। कंपनी के पास श्रमिक तो दूर खुद के उपकरण भी नहीं है। अगर निगम साथ छोड़ तो दे तो कंपनी के समस्त कामों की पोल खुलकर सामने आ जाएगी।

झील प्रेमियों पर झल्लाने लगे अधिकारी

अधिकारी सीवर सिस्टम को सुधारने के बजाए अब सीवर की खामी बताने वाले झील प्रेमियों पर झल्लाने लगे हैं। झील प्रेमी तेजशंकर पालीवाल, अनिल मेहता व उनकी टीम ने सीवरेज पॉइंट पर घूमते हुए कई खामियां पकड़ी।

यहां बिगड़े हालत, लोग परेशान

– झील प्रेमियों ने बताया कि ब्रह्मपोल दरवाजे के बाहर दो मेन हॉल में से तालाब का पानी एक में सीवर का पानी जा रहा। यह सभी सीवरेज ब्रह्मपोल में दरगाह के आगे आसपास की बस्तियों का है, इनके कनेक्शन नई लाइन में डालने पर यह बंद हो सकते हैं।
– भट्टवाड़ी से कुम्हारिया तालाब पेटे में जो लाइन आ रही है, उसमें तालाब का पानी जाता हुआ दिखाई दे रहा है। यहां पहले मेन हॉल में पाट देंगे तो पानी आना बंद हो जाएगा।
– चांदपोल पार्किंग के पीछे बारीघाट के वहां तालाब पेटे में सीवर के मेन हॉल में तालाब का पानी जा रहा है। यहां पर झील में डली लाइन में अभी पानी जा रहा है।
– रूपसागर पर अंतिम मेन हॉल में बंद नहीं होने से सिलावटवाड़ी में सडक़ पर आ रही सीवर लाइन पानी ओवरफ्लो होकर निकल रहा है।

– अम्बामाता कच्ची बस्ती होटल नेचुरल के पास यहां पर होटलों से नालियों की क्षमता से ज्यादा सीवर आ रहा है। वहां आसपास सडक़ पर फैल रहा है। यहां पर अव्यवस्था ऐसी है कि लाइन को कोई साफ भी नहीं कर रहा।

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