दरअसल, प्रज्ञातसिंह देलवाड़ा की ओर से वितरित निमंत्रण पत्र में विश्वराज सिंह को मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार का 77वां ’उत्तराधिकारी’ बताते हुए लोगों को आमंत्रित किया है। निमंत्रण पत्र सामने आने के बाद अजाक एसोसिएशन इस आयोजन के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। संगठन के अध्यक्ष श्रीराम चौरड़िया ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृतकाल में संवैधानिक और लोकतांत्रिक प्रणाली के विपरीत इस तरह का सामंती आयोजन स्वीकार नहीं है। निमंत्रण पत्र में चित्तौड़गढ़ दुर्ग के फतेह प्रकाश महल में सोमवार को उत्तराधिकारी चयन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अजाक संगठन का तर्क है कि सरकारी परिसर में आयोजन करना लोकतंत्र का अपमान है।
40 साल से चल रहा संपत्ति विवाद गहराने की आशंका
उधर, उदयपुर में भी प्रस्तावित धूणी दर्शन को लेकर पूर्व राजपरिवार के बीच करीब 40 साल से चल रहा संपत्ति विवाद गहराने की आशंका बन गई है। वर्तमान में सिटी पैलेस महेंद्र सिंह मेवाड़ के छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के पास है। यह भी पढ़ें