नयागांव (उदयपुर). राज्य सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों में बच्चों के शिक्षण व्यवस्था के साथ साथ उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए चलायी जा रही पोषाहार की व्यवस्था जहॉ सरकारी कागजों में पूरी होती है वहीं धरातली स्तर पर कहीं न कहीं इस प्रकार की व्यवस्था की देखरेख का अभाव है। आये दिन कहीं न कहीं पोषाहार में गडबडी होने की खबरें सामने आती है। ऐसा ही एक मामला खेरवाड़ा ब्लॉक के अन्तर्गत सामने आया है। खेरवाड़ा उपखण्ड के पहाडा विद्यालय में पोषाहार वितरण करने वाले व्यक्ति द्वारा कम सामग्री देने का मामला सामने आया है। खेरवाडा उपखण्ड के ग्राम पंचायत पहाडा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में विद्यालय समय के बाद पोषाहार वितरण की गाडी पहुॅची। पोषाहार उतारने के बाद देखा गया तो उसमें पोषहार के मात्रा कम पाई गई। पहाडा विद्यालय के एसएमसी अध्यक्ष सतवीरंिसह ने बताया कि गाडी विद्यालय समय के बाद लगभग 4:30 बजे पहुॅची और उतारी गई सामग्री को गांव के जागरूक लोगो ने जांच की गई उसमें पाया कि विद्यालय में पंजीयन शुदा बच्चों के तुलना में पोषाहार के कम्बो किट कम पाये गये। जिसके सम्बन्ध में ग्रामीणों ने विद्यालय के एमडीएम प्रभारी भरत कुमार जो उपस्थित थे से जानकारी ली तो उन्होने के बताया कि बच्चों की संख्या में पोषाहर किट कम है। तथा कई किट खुले हुये भी है। वहीं ग्रामीणों ने अन्य विद्यालय में प्राप्त पोषाहार की जानकारी ली तो वहां भी से भी कम सामग्री प्राप्त होने की शिकायत प्राप्त हुई। बच्चों को यह मिलती है सामग्री – बच्चो को पोषाहार के कम्बो किट मे चनादाल , मूंग छिलका दाल, तेल सोयाबीन, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, आयोडिन नमक, जीरा इत्यादि सामग्री का वितरण करने के राज्य सरकार के आदेश है।