मुख्य द्वार पर लगा है ताला, झरोखा टूटा एक ओर जहां उदयपुर में 5 से 7 दिसंबर को जी-20 सम्मेलन होने जा रहा है और पूरा शहर इसके लिए सजाया और निखारा जा रहा है, वहीं ये एक विडंबना ही है कि मेवाड़ के संस्थापक से जुड़ी धरोहर ही बदहाल है। इस पैनाेरमा के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ है लेकिन पास ही एक अन्य छोटे गेट से प्रवेश किया जा सकता है। पैनाेरमा का एक झरोखा असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया है और अंदर का कांच भी टूटा पड़ा है जिससे कोई भी अंदर घुसकर बैठ सकता है और मूर्तियों को नुकसान पहुंचा कर सामान चोरी कर सकता है। वहीं, पूरे परिसर में जगह-जगह कचरा और शराब की बोतलें बिखरी पड़ी हुई हैं। साथ ही घोड़े पर बैठे बप्पा रावल की मूर्ति पर से अब बप्पा रावल का नाम भी मिटता जा रहा है।
4 वर्ष पूर्व किया था पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने उद्घाटन वर्ष 2018 में मेवाड़ के संस्थापक बप्पा रावल के मटाटा में बने पैनोरमा का उद्घाटन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने करीब चार साल पूर्व किया था। बप्पा रावल के जीवन के विभिन्न पहलुओं को इस पैनोरमा में 3-डी, 2-डी और प्रिंट के जरिए आम जन के दर्शनार्थ रखा गया है। इस निर्माण पर 1 करोड़ 71 लाख रुपए की लागत आई थी। प्राकृतिक दृश्य से भरपूर यह पैनोरमा बप्पा रावल की समाधि के निकट बना है। यहां बप्पा रावल की 15 फीट ऊंचाई वाली घोड़े पर सवार प्रतिमा स्थापित की गई है, जो गन मेटल से बनी है। धरोहर संरक्षण प्राधिकरण के तहत बनाए गए इस पैनोरमा की आज कोई सुध लेने वाला नहीं है।