ज्योतिषविद् जगदीश दिवाकर ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इस दिन अबूझ मुहूर्त माना जाता है। ऐसे में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में विवाह होते हैं। इस बार तारा अस्त होने के चलते वैवाहिक आयोजन कम होंगे।
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इस बार अक्षय तृतीया पर कई शुभ योग बन रहे हैं। इनमें खरीदारी करना लाभप्रद रहेगा। तृतीया तिथि 22 अप्रेल सुबह 07.50 से 23 अप्रेल सुबह 07.49 तक रहेगी। यह भी पढ़ें
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ये योग बन रहेअक्षय तृतीया पर आयुष्मान योग सुबह 9.26 तक, सौभाग्य योग पूरे दिन रहेगा, त्रिपुष्कर योग सुबह 05.49 से 07.49 बजे तक, रवि योग रात्रि 11.24 से सुबह 05.48 तक, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रात्रि 11.24 से सुबह 05.48 तक रहेंगे। अक्षय तृतीया पर विवाह करना, सोना, वाहन, मकान आदि की खरीदारी करना शुभ माना जाता है।