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राज्यपाल कटारिया ने उदयपुर आकर शहर के तमाम मंदिरों में दर्शन किए। अस्पताल में सेवा कार्य किए, वहीं सामाजिक आयोजनों में भागीदारी निभाई। हर जगह उनकी अगवानी करने, बधाई देने लोगों की भीड़ रही। इतना भव्य स्वागत और आयोजन करीब 8 माह पहले हुए थे, जब कटारिया राज्यपाल का जिम्मा संभालने के बाद पहली बार उदयपुर आए थे। सूत्रों के मुताबिक कार्यकर्ताओं को पहले से ही निर्देश थे कि आयोजन उसी तरह से होंगे, जैसे पहले होते रहे हैं।
यूं हुआ शहर भ्रमण
राज्यपाल कटारिया ने सुबह सेक्टर-11 माछला मगरा स्कीम स्थित त्रयम्बकेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद सर्वऋतुविलास स्थित सगसजी मंदिर पहुंचे। एमबी हॉस्पिटल मानव सेवा समिति और कैंसर वार्ड में सेवा कार्य किए। लवाजमा फतहसागर मार्ग स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचा, जहां रुद्राभिषेक किया। इसके बाद दुर्गा नर्सरी रोड स्थित शिव मंदिर और बोहरा गणेश मंदिर में पूजा की। शक्तिनगर स्थित सनातन मंदिर में दर्शन के बाद रक्तदान, जांच शिविर का निरीक्षण किया। रेती स्टैंड स्थित आवरीमाता मंदिर के बाद एक रिसोर्ट में अभिनंदन समारोह हुआ। उम्मीदवारों में जिसे, जहां मौका मिला गुणगान करने में पीछे नहीं रहा।
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जो कुछ भी हूं, उदयपुर की महान जनता के आशीर्वाद से
अभिनन्दन समारोह को संबोधित करते कटारिया ने उदयपुर और असम की खासियत पर बात रखी। उन्होंने कहा कि उदयपुर विश्व विख्यात पर्यटन शहर है। इसके विकास के और भी संभावित कार्य हैं, उन्हें हम सबको मिलकर पूरा करना है। आज मैं जो कुछ भी हूं, उदयपुर की महान जनता के आशीर्वाद से ही हूं।