रामानंद सागर की ‘रामायण’ में बताया गया है कि भगवान विष्णु को भृगु ऋषि के श्राप के कारण ही राम के रूप में पृथ्वी पर अवतार लेना पड़ा था। श्राप के कारण ही उन्हें मानव रूप में कष्ट भी सहने पड़े और पत्नी वियोग भी।
शो में बताया गया कि देवासुर संग्राम के दौरान असुरों ने भृगु ऋषि की पत्नी के पास शरण ली थी। ऐसे में भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से भृगु ऋषि की पत्नी का सिर काट दिया था। तब ऋषि ने उन्हें श्राप दिया कि आपको मृत्युलोक (पृथ्वी) पर अवतार लेना पड़ेगा और कई वर्षों तक पत्नी वियोग सहना पड़ेगा। ऋषि के श्राप के कारण ही श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास और पत्नी वियोग हुआ था।