सुनील बताया की एक बार वह रामायण की ही शूटिंग के मुंबई से उमरगांव के लिए 4 बजे रवाना हो गए। उस दिन मिथिला सीक्वेंस ( Mithila Sequence ) शूट होना था। शूट पर जाने के लिए वह खुद ही अपने गाड़ी को चला रहे थे। उन्हें रामायण की शूटिंग से जल्द फ्री होकर एक और शूट करना था। जिसके लिए उन्हें रामानंद सागर ( Director Ramanand Sagar ) से जल्द वापस जाने की आज्ञा भी मिल चुकी थी। लेकिन एपिसोड का शूट इतना लंबा चला कि अगली सुबह जाकर 3 बजे शूट पूरा हुआ। पूरे 24 घंटे लगातार काम करने की वजह से सभी कलाकार बुरी तरह से थक गए थे। सभी शूटिंग को पूरा कर अपने-अपने घरों की तरफ निकल गए।
24 घंटे काम करने के बाद सुनील भी मुंबई के लिए रवाना हो गए थे लेकिन रास्ते में अचानक से उनकी आंख लग गई। जब उनकी आंख खोली तो उन्होंने देखा कि वह अपनी के कार के साथ एक खेत में पड़े हुए हैं। उस वक्त उनकी गाड़ी हाइवे पर थी। जो नीचे खेतों में जा गिरी। अच्छी बात ये रही कि इस हादसे में सुनील को बस छोटी-मोटी चोटें लगीं और कार को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा। यह देखते हुए वह तुरंत हाइवे पर मौजूद एक होटल में पहुंचे और वहां जाकर अपना मुंह धोकर फ्रेश हुए । वह 8 बजे फिर मुंबई पहुंचे।