कपिल से जब पूछा गया कि ‘फिरंगी’ में उनका किरदार उनकी पहली फिल्म ‘किस किसको प्यार करूं’ और उनकी स्टैंड-अप कॉमिक छवि से एकदम अलग है तो उन्होंने कहा, ‘आपको पसंद आया? धन्यवाद। मेरे मित्र राजीव ढिंगरा जिन्होंने ‘फिरंगी’ का निर्देशन किया है, उन्होंने मेरे साथ बैठकर इस बात पर विचार साझा किया कि हम साथ में क्या करेंगे। हमने फैसला किया कि हम निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की फिल्म करेंगे। लेकिन, हम हमेशा की तरह ‘बुरे उपनिवेशवादी और भोलेभाले किसानों’ वाली फिल्म नहीं बनाना चाहते थे। हम नया दिखाना चाहते थे। मुझे लगता है कि हम इसमें सफल हुए हैं।’
यह कहने पर कि राजीव ने न सिर्फ दर्शकों के सामने उनके किरदार में भोलेपन को दर्शाया है, बल्कि उन्हें एक नए अवतार में भी पेश किया है, कपिल ने कहा, ‘हां, मेरा कैरेक्टर भोलेपन में ही बहुत कुछ कर जाता है। मुझे लगता है कि राजीव मुझे दूसरों के मुकाबले कहीं ज्यादा जानते हैं। हम कई सालों से दोस्त हैं। कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग इतने करीब होते हैं कि वो आपको खुद से बेहतर जानते हैं। राजीव जानते थे कि दर्शक मुझे एक आम शख्स के रूप में देखना चाहते हैं।’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपनी क्षमता से परे जाना पसंद करते हैं, उन्होंने कहा, ‘अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं तो मेरे लिए और दर्शकों के लिए यह उबाऊ हो जाएगा, इसलिए मैं ‘द कपिल शर्मा शो’ में बड़ा बदलाव लाने की योजना बना रहा हूं। जहां तक फिल्मों का सवाल है तो मैं हर बार कुछ नया करने की कोशिश करूंगा।’ फिल्म फिरंगी के ज्यादा लंबा होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आपको जानकर हैरानी होगी कि हमने कितना कुछ छोड़ दिया है।