सम्राट और पत्रलेखा ने मिलकर पूरे परिवार को साथ महाबलेश्वर ले जाने का ट्रिप प्लान किया है पत्रलेखा यही बात इन्फॉर्म करने के लिए सई के कमरे में जाती है जहां जाकर वह सई से बहस करती है।
सई करती है देवयानी ताई से बात
सई देवयानी ताई के पास रो-रो कर अपने मन की पूरी बात बताती है। और कहती है की इन्हीं सब कारणों की वजह से वह नहीं रहना चाहती । अब यह सारी चीजें उसकी पढ़ाई पर भी हावी हो रही है। कभी ना कभी हर बात के लिए उसे ही जिम्मेवार ठहराया जाता है।
सई अपने सामान को पैक करके साइड रखती है । विराट उसे कहता है कि अब उसके अलमारी में सई का कुछ भी नहीं है। सई कहती है कि हां मुझे पता है। विराट कहता है कि तुमने कहा था कल से सब बदल जाएगा । तो कहां कुछ बदल रहा है सई कहती है थोड़ी देर में सब कुछ बदल जाएगा।