पत्रलेखा सई के कमरे में आती है
पत्रलेखा सुबह सुबह सई के कमरे में आती है। और यह देखकर कि विराट और सई अलग-अलग सोते हैं । वह इस बारे में बात करने लग जाती है। सई उससे कहती है कि यह उनका मैटर नहीं है । वह इस बात से दूर रहें । तब पत्रलेखा उससे बहस करने लग जाती है।
पत्रलेखा सुबह सुबह सई के कमरे में आती है। और यह देखकर कि विराट और सई अलग-अलग सोते हैं । वह इस बारे में बात करने लग जाती है। सई उससे कहती है कि यह उनका मैटर नहीं है । वह इस बात से दूर रहें । तब पत्रलेखा उससे बहस करने लग जाती है।
विराट और पत्रलेखा के बीच हुई बहस पत्रलेखा विराट से कहती है कि देखो सई मुझसे कितने बदतमीजी से बात कर रही है । इस पर विराट कहता है कि तुम इसी लायक हो । जब तुम यहां ब्रेकफास्ट के लिए पूछने आई। तो उसके बाद तुम्हें चले जाना चाहिए। तुमने फालतू की बातें क्यों छेड़ी।
सई अपने सारे डॉक्यूमेंट वापस मगती है
पत्रलेखा के जाने के बाद सई विराट से अपने सारे लीगल डॉक्यूमेंट मांगती है । और कहती है कि उसे उसका बैंक अकाउंट से लेकर सारे लीगल डॉक्यूमेंट वापस चाहिए। विराट पूछता है क्यों तो सई कहती है वह अपनी जिम्मेदारी खुद उठाना चाहती है। और विराट को इस जिम्मेदारी से नहीं बल्कि बोझ से मुक्त करना चाहती है।
विराट सई को सोच समझ के कदम उठाने को कहता है।
विराट सई को कहता है की उसे अपने कदम सोच समझ कर उठाना चहिए । वो ये भी नही देख रही की पिछे क्या छूट रहा है ।और आगे क्या आएगा । बस आंखो पर पट्टी बांध के चली जा रही है।
विराट सई को कहता है की उसे अपने कदम सोच समझ कर उठाना चहिए । वो ये भी नही देख रही की पिछे क्या छूट रहा है ।और आगे क्या आएगा । बस आंखो पर पट्टी बांध के चली जा रही है।
(Precap— खाने के टेबल पर जब सब सई से कहते हैं कि उसे खाना वेस्ट करने की आदत है ।तो वह कहती है कि आज के बाद वेस्ट नहीं होगा। आज के बाद इस तरह की कोई समस्या नहीं आएगी। इस पर विराट पूछता है कि वह क्या प्लान कर रही है। और ऐसा क्या करने वाली है कि आज के बाद यह सब नहीं होगा। सही कहती है कि उसने सारे झगड़ों का जड़ से इलाज खोज लिया है । सम्राट उससे पूछता है कि तुमने अपने तबीयत की दवाई ली । इस पर वह जवाब देती है कि हां मैंने दवाई ले ली है बस अब असर बाकी है।)