सम्राट और पत्रलेखा सबके लिए लेकर आते हैं गिफ्ट सम्राट पूरे परिवार को अपने और पत्रलेखा की ओर से लाया हुआ तोहफा देता है । बड़ी मामी ,अश्वनी मामी सम्राट अपनी आई , शिवानी बुआ , करिश्मा सभी को अपने गिफ्ट देता है । सभी गिफ्ट पाकर बहुत खुश होते हैं । करिश्मा कहती है मोहित तो कभी मेरे लिए कोई गिफ्ट नहीं लाता। इस पर उसकी सांस उसे चुप रहने को कहती है। सम्राट की आई सम्राट से पूछती है यदि यह गिफ्ट तुम दोनों लेकर आए हो तो पत्रलेखा कहां है।
पत्रलेखा विराट के कमरे में आते हैं
विराट जब कपड़े बदल रहा होता है । पत्रलेखा उसी वक्त उसके कमरे में आती है । और उससे कहती है कि वह उसके लिए गिफ्ट लाई है । और विराट इसी कुर्ते को कल के गृह शांति पूजा और सत्यनारायण की पूजा में पहने। विराट इस बात के लिए मना कर देता है।
पत्रलेखा सई को गिफ्ट देती है और कहती है कि वह भी इसे पहने सई पत्रलेखा से कहती है जब वह दिल से अपने रिश्ते की नई शुरुआत नहीं कर रही। तो किसी तरह के ढोंग में उसे शामिल नहीं होना। सई पत्रलेखा से यह भी कहती है जितनी देर वो यहां आकर अपना टाइम वेस्ट कर रही है। इतना वक्त वह अपने और सम्राट के रिश्ते पर दें। सम्राट इस रिश्ते को दिल से शुरू कर रहा है ।तो पत्रलेखा भी वहां अपना ध्यान दें।
विराट और सही के बीच बहस होती है इधर विराट सही से कहता है जब वो अपने आप को इस घर का सदस्य नहीं मानती तो उसने किस हक से विराट का ट्रांसफर रुकवाया।
(Precap— इधर शिवानी बुआ सई से रिक्वेस्ट करती है कि वह पूजा में शामिल हो। पर सई मना कर देती है। विराट भी सई से कहता है की आज उसे पूजा में शामिल होना पड़ेगा। पर वह मना कर देती है । सई के मना करने पर विराट उससे कहता है कि अब वह उसके ऊपर पति का सारा हक जताएगा। और ऐसा कहते हुए विराट सई को कमरे में बंद कर देता है और कहता है कि उसे पूजा में शामिल होना ही पड़ेगा।)