ऐसे मिला लीड रोल दयाशंकर ने बताया, ‘एक वक्त मैं शाहब समसी साहब को असिस्ट करता था। एक दिन उनका कॉल आया कि माइथोलॉजिकल शो करोगे। मैंने उनसे कहा कि अच्छा रोल होगा तो करूंगा। शाहब समसी इस शो के क्रिएटिव डायरेक्टर थे। वे मुझे शिव सागर के आॅफिस ले गए। मैं उनके सामने 10 मिनट तक बैठा रहा। इसके बाद शिव सागर ने कहा कि तुम्हारा चेहरा भी शनिदेव जैसा लगता है। दो दिन बाद मेरा लुक टेस्ट हुआ और लीड रोल के लिए फाइनल हो गया।’
मुझे लोगों ने डराया था अभिनेता ने बताया, ‘जब मुझे यह शो मिला तो उसके बाद लोगों ने मुझे डरा दिया था। वे कहते थे कि शनिदेव का रोल कर रहा है। शनिदेव पर शो कम ही बनते हैं क्योंकि लोग उनसे डरते हैं। जिस दौरान मुझे जब यह शो चल रहा था, उस वक्त मेरी कुंडली में शनि की साढ़े साती चल रही थी। मैंने अपने एक धर्मगुरू हैं, उनसे संपर्क किया तो वे बोले तुम भाग्यशाली हो कि साढ़े साती में तुम्हें यह शो करने का अवसर मिला।’
नीतिश भारद्वाज ने समझाया दयाशंकर ने कहा,’मेरे मित्र और अभिनेता नीतिश भारद्वाज को जब मैंने शो के बारे में बताया तो उन्होंने मुझे कहा कि शनिदेव तो शिक्षक की तरह हैं। उनसे डरना नहीं चाहिए बल्कि उनसे तो सीख लेनी चाहिए। जीवन में जब साढ़े साती आती तो शिक्षा देकर जाती है। ये आपको कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इसके बाद मैंने अपना डर दूर किया और इस रोल को उसी नजरिए से निभाने की कोशिश की।’
शूटिंग शुरू होने मेें देरी कोरोना को लेकर चल रहे मौजूदा हालात में शूटिंग करने के सवाल पर अभिनेता ने कहा, ‘शूटिंग बहुत सोच समझकर करनी होगी। आप मास्क लगाकर तो शूटिंग कर नहीं सकते। शो में इतने किरदार होते हैं,उन सबका साथ में शूटिंग करना बहुत मुश्किल होगा। यह परेशानी सिर्फ टीवी की ही नहीं है, बॉलीवुड और हॉलीवुड में भी यही परेशानी है। मुझे लगता है कि लॉकडाउन खुलने के बाद दुनिया में शूटिंग का काम ही सबसे बाद में शुरू होगा।’