कई धाराओं के तहत दर्ज हुआ केस खबरों के अनुसार, 1 मार्च को उनके खिलाफ बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) पुलिस स्टेशन ने शिकायत दर्ज की। श्वेता के खिलाफ धारा 467, 468, 417, 418, 463 और 465 लगी हैं। इनमें से 467 धारा में आजीवन कारावास (14 साल) की सजा है। ऐसी खबर है कि तीन महीने पहले श्वेता के पति अभिनव कोहली ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि श्वेता उन्हें उनके चार साल के बेटे रेयांश से मिलने नहीं दे रही हैं। इसके साथ ही, अभिनव ने श्वेता पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने याचिका में लिखा कि उन्होंने फर्जी दस्तखत कर बेटे रेयांश के लिए ब्रिटिश वीजा बनवाया था।
श्वेता ने कबूली फर्जी दस्तखत की बात अभिनव की फर्जी वीजा का पता चलते ही उन्होंने ब्रिटिश वीजा डिपार्टमेंट को ईमेल कर इसकी जानकारी दी। लेकिन तब तक वीजा बनकर तैयार हो चुका था। इसके बाद मुंबई के अधिकारियों ने इसकी जांच पड़ताल की, जिसमें श्वेता ने फर्जी दस्तखत की बात कबूल कर ली। जिसके बाद उनके बेटे के वीजा को रद्द कर दिया गया।
पहले पति राजा चौधरी पर लगाए मारपीट का आरोप बता दें कि श्वेता तिवारी अपनी शादीशुदा जिंदगी के कारण पहले भी सुर्खियों में आ चुकी हैं। उनकी पहली शादी साल 1998 में राजा चौधरी से हुई थी। दोनों की एक बेटी पलक है। हालांकि, शादी के कुछ सालों बाद साल 2007 में श्वेता ने राजा पर मारपीट के आरोप लगाए और उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था। साथ ही, श्वेता ने राजा से तलाक ले लिया। तलाक के बाद बेटी पलक की कस्टडी श्वेता को मिली।
अभिनव कोहली पर भी लगाए गंभीर आरोप राजा चौधरी से अलग होने के बाद श्वेता की जिंदगी में एक्टर अभिनव कोहली की एंट्री हुई। दोनों तीन साल तक एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में रहे। साल 2013 में दोनों ने शादी कर ली। शादी के तीन साल बाद श्वेता ने बेटे रेयांश को जन्म दिया। इसके बाद से ही दोनों की शादीशुदा जिंदगी में तनाव की खबरें आने लगीं। जिसके बाद अगस्त, 2019 में श्वेता ने अभिनव के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज करवाया। साथ ही, श्वेता ने आरोप लगाया था कि अभिनव उनकी बेटी पलक का हैरेसमेंट करने थे। इन सबके बाद श्वेता और अभिनव का 2019 में तलाक हो गया।