इस बीच किंजल परितोष को याद दिलाती है कि तुमको पहले बच्चा चाहिए था हमने मिलकर प्लान किया था. किंजल की इस बात पर परितोष बोलता है कि तब मैंने सही से सोचा नहीं था. इसके बाद परितोष कहता है कि बाद में जब मैंने इस बात के बारे में ठीक से सोचा तो मुझे लगा ये प्लान सही नहीं है. इस बात पर किंजल बोलती है कि ये कोई गोवा का प्लान नहीं है, जो दिन में 10 बार प्लान बनाओ 10 बार रिजेक्ट कर दो. ये जिंदगी है तुम्हारी, मेरी और हमारे बच्चे की. इसके बाद परितोष कहता है कि तुम क्या चाहती हो कि मैं अपने एक गलत फैसले की वजह से सारी जिंदगी सफर करता रहूं. परितोष की ये किसी को पसंद नहीं आती.
इसके बाद परितोष के बाबू जी बीच में बोलते हैं कि वो क्या कह रहा है, जिस पर परितोष कहता है कि आप प्लीज में विलेन बनाने से पहले एक बार मेरी बात सुन लीजिए. परितोष आगे कहता है कि फिल्मों में बाप बनान बेहद आसान होता है, क्योंकि वहां एक रात में बच्चा बड़ा हो जाता है, लेकिन रियल लाइफ में ऐसा नहीं होता. रियल लाइफ में सालों लग जाते हैं. बच्चा बड़ा होने में. इस बीच किंजल उसको समझाती है कि वो ज्वाइन फैमिली में रहते हैं और उनकी फैमली उनको सपोर्ट करती है. ज्वाइन में जब बच्चा होता है तो पता ही नहीं चलता वो कब बड़ा हो जाता है, लेकिन परितोष किसी भी बात को समझने के लिए तैयार नहीं होता.
आखिर में परितोष ये बात बोल देता है कि अगर ये बच्चा पैदा हुआ तो वो इसके जिम्मेदारी नहीं लेगा. साथ ही वो किंजल को भी बेबी न करने की सलाह देता है. ये बात सुन कर अनुपमा परितोष को बोलने से रोकती है और शाह कहते हैं कि परेशान हो लेकिन ऐसे में कोई भी ऐसी बात मत बोलना जिसका बाद में तुमको बुरा लगे. वो परितोष को समझाता है. इस बीच सभी परितोष को समझाते हैं और अनुपमा दोनों का हाथ पकड़ कर उनसे कहती है कि तुम दोनों लंबी सांस लो और ठंडे दिमाग से सोचों.. ऐसे लड़ो मत. इसके बाद अनुपमा अनुज के घर पहुंचती हैं जहां अनुज ने उसके लिए हलवा बनाया होता है और वो अपने हाथ से उसको खिलाता है.