कैफे में अनुपमा देख चौंके परिवार वाले
कैफे में मदद करने के लिए अनुपमा को देख सभी चौंक जाते हैं। काव्या को लगता है कि वनराज ने अनुपमा को बुलाया है। काव्या अनुपमा को ताना कसती है। तभी वनराज कहता है कि उसने नहीं बुलाया अनुपमा को, काव्या बॉ, बाबूजी और मामा जी की तरफ देखती है। सभी माना करते हैं कि उन्होंने नहीं बुलाया अनुपमा को। तब अनुपमा बताती है उन्हें उनके बेटे समर ने बुलाया है।
समर ने पिता वनराज की मदद
समर अनुपमा को समझता है कि आज का दिन कैफे के लिए कितना बड़ा है। समर अनुपमा को समझता है कि क्रिटिक कुछ भी लिख सकता है। कैफे के बारें में अच्छा या बुरा, लेकिन उस आर्टिकल को लाखों लोग पढ़ेंगे। समर बताता है कि वनराज को तकलीफ में देख उसे कितना बुरा लग रहा है। तब अनुपमा कहती है कि जो बात वो उसने अपने बेटे को सिखाई थी। वो खुद ही भूल गई। अनुपमा वनराज की मदद के लिए कैफे जाती है।
मदद करने के अनुपमा ने लिए पैसे
अनुपमा की बात सुनकर वनराज समर को प्यार की नज़रों से देखता है। अनुपमा कहती है कि वो सिर्फ और सिर्फ अपने बेटे के लिए कैफे में मदद करने के आई है। काव्या अनुपमा को आने के लिए थैंक्यू बोलती है और किचन में काम करने को कहती है। तभी अनुपमा कहती है कि वो हर घंटे काम करने का 500 रुपए लेंगी। ये सुनकर काव्या भड़क जाती है। तब अनुपमा कहती है कि जब वो उससे लड़ती है। तब उसे बुरा नहीं लगता है, लेकिन जब उससे मदद लेती है।
तब उसे उससे ज्यादा बुरा लगता है। तो अब प्रोफेशनली मदद करेंगी। काव्या अनुपमा को कहती है कि उसकी हिम्मत कैसे हुई? काव्या वनराज का पर्स लेती है उसे पैसे देती है। अनुपमा काव्या से कहती है कि वो अकाउंट में पैसे लेगी। कैश नहीं लेगी। तो बैंक में पैसे ट्रांसफर कर दें।
बॉ ने कहा अनुपमा को थैंक्यू
अनुपमा में कैफे के किचन में जाते हुए खाना तैयार करती है। तभी बॉ आती है और अनुपमा को आने के लिए थैंक्यू कहती है। अनुपमा बॉ से उनके बेटे से पैसे लेने पर उनसे माफी मांगती है। बॉ कहती है कि अच्छा है कि उसने पैसे लिए क्योंकि आज कल फ्री में काम करने वालों की इज्जत नहीं होती है। अनुपमा कहती है कि लेकिन ऐसे बार-बार नहीं होगा।
मानसी जैन के सामने काव्या की खुद की तारीफ
काव्या फूड क्रिटिक मानसी जैन के पास जाती है और बताती है कि उसका नाम काव्या वनराज शाह है। वो और वनराज दोनों मिलकर कैफे को चलाते हैं। काव्या बताती है कि वो टिपिकल सा कैफे नहीं खोलना चाहते थे। वो चाहते थे कि वो ऐसा कैफे खोले जहां लोगों को घर जैसा महसूस हो। काव्या बताती है कि किसी भी डिश को सर्व करने से पहले वो खुद उसे चखती हैं। काव्या की बातें सुनकर पूरा परिवार हैरान हो जाता है।
काव्या ने किया अच्छा बनने का दिखावा
मानसी जैन से बात करते हुए बॉ की फ्रेंड्स कैफे में आ जाती है। काव्या उन्हें देख मुंह बनाने लगती है लेकिन वो मानसी जैन को कहती है कि कैफे में सीनियर्स सीटिजन का भी कितना अच्छा स्वागत होता है। काव्या को देख बॉ की दोस्त हैरान हो जाती है।
ग्राहकों संग काव्या का बुरा बर्ताव
अनुपमा का बनाया खाना काव्या मानसी जैन को सर्व करती है। साथ ही काव्या बताती है कि ये खाना उनके कैफे की स्पेशल डिश है। तभी सामने चेयर पर बैठे बच्चे काव्या से मानसी जैन को परोसी डिश का ऑर्डर काव्या को देते हैं। काव्या कहती है कि वो स्पेशल गेस्ट के लिए है वो कुछ और ऑर्डर कर लें। ये देख वो दोनों बच्चे कहते हैं कि वो कितनी रुड है। ये देख बॉ भी गुस्सा हो जाती है। तभी अनुपमा बच्चों के लिए भी वो डिश लाती है। जिसे देख बच्चे खुश हो जाते हैं।
कैफे में बॉ की सहेलियों को देख बनाया मुंह
कैफे में आई बॉ की दोस्त उनसे कॉफी पीते हुए ढेर सारी बाती करती हैं। तभी उनकी सहेली पूछती है कि वो औरत कौन है जिसके आगे पीछे काव्या घूम रही है। बॉ बताती है कि वो फूड क्रिटिक है। जो कैफे का खाना खाकर कैफे के बारे में लिखेगी। बॉ कहती है कि वैसे तो अनुपमा ने ही खाना बनाया तो अच्छा ही होगा वो। उनकी सहेली पूछती है कि वो अनुपमा आज भी वनराज की मदद कर रही है? कोई और होती तो नही करती। बॉ कहती है कि वो अनुपमा है। जब उनकी सहेली उनकी नई बहू के बारें में पूछते हैं तो बॉ कहती है कि वो भी ठीक है लेकिन अनुपमा जैसी नहीं है।
बॉ की सहेलियों ने की वनराज से खास डिमांड
तभी बॉ के टेबल से वनराज गुजरता है और बॉ की सहेलियां उसे घर के नाम पुकारती है। ये सुनकर अनुपमा हंसती है। बॉ की सहेलियां वनराज से कहती है कि वो कुछ गाकर सुनाए। वनराज बहाने बनाने लगता है। तभी काव्या आती है और वनराज से गाना गाने को कहती है। साथ ही काव्या कहती है कि क्या पता उनकी स्पेशल गेस्ट को भी उनका गाना पसंद आ जाए।
वनराज ने गाना गाकर बदला कैफे का माहौल
वनराज समर से गिटार लाने को कहता है। समर गिटार प्ले करता है और वनराज नीले-नीले अंबर पर चांद जब आए गाना गाता है। वनराज के गाने को कैफे में बैठे सभी लोग काफी एन्जॉय करते हैं। वनराज के गाने पर समर और अनुपमा भी डांस करते हैं। बाबू जी भी अनुपमा संग खूब डांस करते हैं। धीरे-धीरे कैफे में बैठे लोग भी डांस करने लगते हैं। कैफे के माहौल को मानसी जैन नोटिस करती है।
ऑर्नर बनकर काव्या ने क्लिक करवाई वनराज संग तस्वीर
मानसी जैन कैफे से जाने से पहले ऑर्नर की फोटो क्लिक करने की बात कहती है। तभी काव्या वनराज के साथ आकर खड़ी हो जाती है और फोटो क्लिक कराने लगती है। वनराज काव्या से कहता है कि बॉ और बॉबू जी को बुला लेते हैं, लेकिन वो मना कर देती है। वनराज मानसी जैन को कहता है कि वो उम्मीद करता है कि उसे उनके कैफे की सर्विस पसंद आई हो। मानसी जैन कहती है कि वो कल उसे पता चल जाएगा।
काव्या ने लिया पूरा क्रेडिट
मानसी जैन के बाद काव्या सारा क्रेडिट खुद ले लेती है। वो वनराज से कहती है कि वो जानती है कि मानसी जैन उसकी बातों से काफी इम्प्रेस हो गई होगी। वनराज कहता है कि वो उसकी बातें नहीं खाना टेस्ट करने आई थी। काव्या कहती है कि अच्छे बर्ताव से बेकार चीजें भी बिक जाती है। तो बॉ कहती है कि बेकार ही बनाना था तो वो खुद ही खाना बना लेती। बाबू जी काव्या से कहते हैं कि फिर उसने क्यों बुलाया था अनुपमा को? काव्या तभी वहां से चली जाती है।
मदद के लिए वनराज ने कहा अनुपमा को थैंक्यू
अनुपमा जा रही होती है। तभी वनराज उसके पास जाता है और मदद करने के लिए थैंक्यू कहता है। अनुपमा कहती है कि उसने पैसे लिए हैं। वनराज कहता है कि वो जानता है कि उसने पैसे इसलिए लिए हैं ताकि किसी को लगे कि उसने मदद की है। साथ ही वनराज कहता है कि उसे खुशी है कि उनका बेटा समर उस पर नहीं गया है। वनराज अनुपमा से कैफे के रिव्यू के लिए प्रार्थना करने को कहता है। अनुपमा बताती है कि वो रोज सबके लिए प्रार्थना करती है।
( Precap- अखबार में वनराज कैफे का रिव्यू पढ़ते हुए अखबार गुस्से में फेंक देता है। काव्या अखबार पढ़ती है और अनुपमा पर चिल्लाने लगती है। तभी वनराज कहता है कि अनुपमा की वजह से नहीं बल्कि उसकी वजह से कैफे को दो स्टार मिलें हैं। मानसी जैन ने साफ आर्टिकल में लिखा है कि डिश अच्छी थी। लेकिन ऑर्नर काफी इर्रिटेटिंग थी। वनराज बताता है कि एक स्टार अनुपमा को और दूसरा स्टार बॉ को मिला है और उसकी वजह से माइनस थ्री स्टार।)