अनुपमा को घरवालों ने घेरा सवालों से
काव्या भी अनुज को लेकर अनुपमा से सवाल पूछती है। अनुपमा कहती है कि वही तो कहती है कि अनुज काफी फिट और हैंडसम है और उसके सामने तो वो कुछ भी नहीं है। अनुपमा सब से कहती है कि उन्होंने 3-4 दिन में जान लिया कि अनुज कपाड़िया कैसा है? लेकिन वो इस घर में 26 साल से रह रही है। उस पर तो भरोसा होना चाहिए। वनराज कहता है कि उसे भरोसा नहीं है। अनुपमा कहती है कि अब से वो अपनी ही शर्तों ही और अपने ही अनुसार चीज़ों को करेगी।
अनुपमा बाबू जी को कहती है कि कल सुबह वो अनुज कपाड़िया संग ऑफिस जाएगी। बाबू जी अनुपमा को आशीर्वाद देते हैं। लेकिन वनराज कहता है कि क्रश के आने से उसके पर निकल आएं हैं। अनुपमा कहती है कि वो अब उसकी उड़ान भरे। वनराज अनुपमा को पर को काटने की धमकी देता है। अनुपमा पूरे विश्वास के साथ वनराज को उसे रोकने की बात कहती है।
फूट-फूटकर रोईं अनुपमा
अनुपमा कमरे में जाती है और बॉ और वनराज की बातों को याद कर रोने लगती है। अनुपमा को रोता देख किंचल और समर आते हैं। किंचल अनुपमा को ना रोने की बात कहती है। अनुपमा कहती है कि कैसे एक औरत को सफल होने के लिए जीरो से शुरू करना पड़ता है। अनुपमा कहती है कि वनराज और काव्या ने बॉ और बाबू जी के सामने भी सारी हदें पार कर दी हैं। अनुपमा बताती है कि कैसे 26 सालों तक उन्होंने किसी का विश्वास नहीं तोड़ा है। अनुपमा ठान लेती है कि वो अब किसी की नहीं सुनेगी। खुद के लिए करेगी और उन तमाम औरतों के लिए करेगी जिनसे उन्हें हिम्मत मिलेगी। समर और किंचल अनुपमा को कहते हैं कि उस लड़ाई में उनके साथ हैं।
नहीं कंट्रोल कर पा रहा है वनराज अपना गुस्सा
वहीं गुस्से में वनराज कमरे में एक्सरसाइज कर रहा होता है। तभी काव्या आती है और वनराज पर चिल्लाने लगती है। काव्या कहती है कि उसकी बाहर तो चली नहीं और अब यहां गुस्सा उतार रहे हो। काव्या कहती है कि अब वो अनुपमा उनकी बॉस बन जाएगी और उन्हें उसके पीछे एस मैम और एस मैम करते हुए घूमना होगा। ये बात सुनकर वनराज गुस्से में उठ जाता है।
तैयारियों में जुटी अनुपमा
वहीं दूसरी ओर अनुपमा सुबह अनुज कपाड़िया के ऑफिस जानें की तैयारियों में लग जाती है। वो अपनी साड़ी प्रैस करती है। उसके साथ का बैग लेती है। अनुपमा अपने पेपर्स को देखती है। अनुपमा पेपर्स देखकर कहती है कि उसके लिए ये काम नया है। उसे तो कुछ भी नहीं आता है। अनुपमा एक डायरी उठाती है और कहती है कि जो भी वो सिखाएंगे वो डायरी में लिखेगी। अनुपमा तय करती है कि वो दिल से और मेहनत से काम करेगी। अनुपमा जानें से पहले तय करती है कि वो सुबह उठते ही सारा काम कर लेगी और अपनी जिम्मेदारी पूरी करेगी।
अनुपमा की यादों में खोया अनुज कपाड़िया
वहां अनुज कपाड़िया अनुपमा की तस्वीर देख खुश हो रहा होता है। अनुज अनुपमा के साथ बिताए पलों को याद कर मुस्कुराता है। तभी काका आ जाते हैं। यादों में अनुज को खोए हुए देख काका खूब चुटकी लेते हैं। काका कहते हैं कि वो अनुपमा के आइडिया पर विचार कर रहे हैं और उसकी यादों में खोया हुआ है। अनुज बताता है कि अनुपमा उसके लिए कितना खास है, लेकिन अनुपमा उसे केवल एक बिजनेसमैन ही समझती है। अनुज काका को कहता है कि अनुपमा को लगता है कि उसके दिल में उसके लिए कुछ नहीं है और वो यही करेगा।
काव्या को बॉ ने दी अनुपमा की जगह
वहीं अगली सुबह सभी नाश्ते के लिए बैठते हैं। अनुपमा बॉ को खाना परोस रही होती है। लेकिन बॉ मना कर देती है। बॉ काव्या को कहती है कि वो उनके लिए खाना परोस दें। वहीं तभी पारितोष पानी मांगता है। अनुपमा पानी देने जाती है,लेकिन पारितोष काव्या को कहता है कि वो ही उसे पानी दे दे। अनुपमा बॉ को कहती है कि उसने कान्हा को भोग लगा दिया है। साथ ही शाम का भी भोग तैयार कर दिया है। साथ ही अनुपमा कहती है कि आज बर्गर डे है उसने सब बना दिया है।
खाने के टेबल पर हुआ खूब ड्रामा
नाश्ते के टेबल पर बैठे बॉ अनुपमा को ताना कासती हैं कि वो काफी महान है। जो ऑफिस जाते वक्त सारा काम करके जाती है। तभी काव्या अनुपमा के कपड़ों पर सवाल उठाती हैं। काव्या कहती है कि वो अनुज कपाड़िया के ऑफिस जा रही है तो थोड़े ढंग के कपड़े पहनकर जा सकती है। अनुपमा काव्या को बताती है कि कैसे साड़ी एक महिला की पहली पसंद और फॉर्मल लुक होता है। तभी अनुज कपाड़िया को लेकर फिर से बहस होने लगती है। वनराज अनुपमा पर चिल्लता है और बाबू जी जोर वनराज पर चिल्लाते हैं।
( Precap– अनुपमा अनुज कपाड़िया के ऑफिस पहुंचती हैं। अनुपमा अनुज से उसकी पार्टनर बनने से पहले उससे साफ करती है कि वो बेशक अब किसी की पत्नी नहीं है, लेकिन तीन बच्चों की मां जरूर है। अनुपमा अनुज से कहती है कि उसके दिल में कुछ है तो नहीं। जिसके बाद अनुपमा अनुज संग हाथ मिलाती है। )