काव्या ने लिए राखी दवे से पैसे
राखी दवे कैफे में ग्राहक भेजती है। ये बात जानकर पूरा परिवार नाराज हो जाता है। राखी दवे लोगों के पैसे भी देती है। जिसे वनराज राखी दवे को वापस देकर कहता है कि वो इन पैसों से अपने दिमाग का इलाज करा लें। जहां वनराज राखी दवे से पैसे लेने से माना कर देता है। वहीं काव्या वनराज को कहती है कि वो राखी देव से क्यों पैसा नहीं ले सकता है। वनराज के लाख माना करने के बाद भी काव्या राखी दवे से पैसे ले लेती है। राखी दवे जाते हैं परिवार को तोड़ने और कैफे को बंद कराने का मन ही मन विचार बनाती है और किंचल को अपने पेंट हाउस में शिफ्ट करने का विचार करती है।
किंचल ने मांगी मां राखी दवे की हरकत के लिए माफी
वनराज को परेशान देख किंचल उनके पास आती है। किंचल वनराज से कहती है कि उसे पता चला कि उसकी मां ने कैफे में क्या किया। वो अपनी के बर्ताव के लिए वनराज से माफी मांगती है। वनराज किंचल को ऐसा करने से मना करता है। किंचल वनराज को बताती है कि वो अपनी मां को बहुत समझाती हैं। वनराज किंचल को कहता है ये बड़ो के बीच की बात है। तुम बस खुद पर और ऑफिस पर ध्यान दें। तभी किंचल देखती है कि पास में तेल की बोतल रखी होती है। वो तेल की बोतल लेकर वनराज के पास जाती हैं और चंपी करने लगती है।
वनराज को बहू किंचल ने दी चंपी
वनराज को चंपी करता देख अनुपमा और बॉ खुश हो जाते हैं। बॉ कहती है कि उसने बहू को बेटी मनाने में काफी देर कर दी, लेकिन वनराज उनसे समझदार निकला। बॉ और अनुपमा खुश होते हैं कि उनकी दोनों ही बहुएं घर के लिए सोचती हैं।
फूड क्रिटिक मानसी जैन के आने से खुश वनराज का परिवार
नंदनी भागते हुए अनुपमा के घर आती है। नंदनी बताती है फूड क्रिटिक मानसी जैन को आप जानते हैं। बॉ को लगता है कि वो क्रिकेट की बात कर रही है। लेकिन किंचल समझाती है कि लोग आजकल कहीं भी जाने से पहले उस जगह के बारें पढ़ते हैं। नंदनी बताती है कि उसने भी एक साइट पर कैफे की डिटेल्स को शेयर किया था। उनका कैफे सिलेक्ट हो गया है और मानसी जैन कैफे आएगी। ये बात सुनकर पूरा परिवार खुश हो जाते हैं। लेकिन टेंशन में आ जाते हैं कि कुछ गड़बड़ ना हो जाए।
कैफे में आने से माना किया अनुपमा ने
वनराज कैफे में जाकर शेफ के हाथ से बना खाना चखता है। वनराज को खाना पसंद नहीं आता। वनराज को शेफ बताता है कि ये डिश अनुपमा ने खाना बनाना सिखाया था, लेकिन फिर भी खाने में कम और ज्यादा रह ही जाता है। शेफ वनराज से कहता है कि वो अनुपमा को आज कल के लिए बुला ले। वनराज अनुपमा को बुलाने से माना कर देता है। ये बात सुनकर काव्या अनुपमा के पास जाती है और कैफे में मदद के लिए कहती है। अनुपमा साफ माना कर देती है।
खाने से गायब अनुपमा जैसा स्वाद
बॉ अपने हाथों से खाना बनाती है। वनराज चखता है और कहता है कि अनुपमा वाला स्वाद नहीं है। बॉ कहती है कि उन्होंने अनुपमा को खाना बनाना सिखाया था। लेकिन उसने तो सीख लिया लेकिन वो अपने हाथों में वैसा स्वाद नहीं ला पाईं। बॉ फिर से खाने बनाने की कोशिश करती है। वनराज मन ही मन सोचता है कि वो जानता है कि अनुपमा जैसा स्वाद वो नहीं ला पाएंगे।
मानसी जैन ने ऑर्डर की अनुपमा की डिश
बॉ लाख कोशिश करती हैं कि अनुपमा जैसा खाना वो बना पाएं लेकिन वो बार-बार फेल हो जाती हैं। तभी कैफे में फूड क्रिटिक मानसी जैन पहुंच जाती है। मानसी जैन के लुक को देख काव्या घबरा जाती है। वेटर मानसी जैन के बात मेन्यू लेकर जाता है। सभी दुआ कर रहे होते हैं कि वो अनुपमा वाली डिश ना ऑर्डर करें। तभी मानसी जैन थेपला डियस और डोकला सैंडवीच ऑर्डर करती है। ये सुनकर सभी अपना सिर पकड़ लेते हैं। तभी अनुपमा आती है और खाना बनाने की बात कहती है।
( Precap– मानसी जैन को इम्प्रेस करने के लिए कैफे में वनराज गाना गाता है। समर और अनुपमा डांस भी करते हैं। ये सब बातें मानसी जैन नोटिस करती है। साथ ही जब मानसी जैन ऑनर की फोटो लेने के लिए कहती है तो काव्या वनराज संग जाकर खड़ी हो जाती है। वनराज बॉ बाबू जी को लाने के लिए कहता है लेकिन काव्या माना कर देती है। जिसे देख सभी है हैरान हो जाते हैं।)